- मनी लॉन्ड्रिंग केस में तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद पर निशाना
- मौलाना साद के साथ 9 और लोग ईडी की रडार पर
- निजामुद्दीन मरकज में जमात के कार्यक्रम से पहले अवैध लेनदेन का आरोप
नई दिल्ली। तब्लीगी जमात का मुखिया मौलान साद के खिलाफ कोरोना फैलाने के केस में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है, तो अब उसकी मुश्किल और बढ़ने वाली है। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। मौलाना साद के साथ साथ 9 और लोग ईडी के निशाने पर हैं। प्रवर्तन निदेशालय मौलाना साद की ट्रस्ट और उसकी गतिविधियों की भी जांच करेगा।
क्राइम ब्रांच की जांच में अहम खुलासा
क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला है कि मरकज के बैंक अकाउंट्स में विदेशों से बड़ी राशि जमा कराई गई और इस बारे में बैंकों ने मरकज को कई अलर्ट भेजे लेकिन इस संस्था ने अलर्ट को नजरंदाज किया। मरकज की फंडिंग की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के हवाले है। मरकज के बैंक खातों में रकम तेजी से बढ़ी और खातों में ये रकम विदेशों से भेजे गए। बैंक खातों में अचानक ज्यादा रकम जमा होने पर बैंकों ने मरकज को कई अलर्ट भेजे।
मौलाना के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का भी केस है दर्ज
मौलाना साद के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या का केस भी दर्ज कर लिया है। कोविड-19 से संक्रमित जमात के लोगों की मौत होने के पुलिस की तरफ से यह कदम उठाया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग का प्रोटोकॉल जारी किया था लेकिन नियमों को धता बताते हुए साद ने मरकज निजामुद्दीन में मार्च के महीने में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था।