- हिंदी है संविधान की आधिकारिक राजभाषा
- वैसे, राष्ट्रभाषा के तौर पर नहीं मिली मान्यता
- पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मना
हिंदी दिवस 2022, Hindi Diwas 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी दिवस पर बताया है कि उन्हें यह भाषा आकर्षित करती है। उन्होंने बुधवार सुबह ट्वीट किया, "हिंदी ने विश्वभर में भारत को एक विशिष्ट सम्मान दिलाया है। इसकी सरलता, सहजता और संवेदनशीलता हमेशा आकर्षित करती है। हिन्दी दिवस पर मैं उन सभी लोगों का हृदय से अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने इसे समृद्ध और सशक्त बनाने में अपना अथक योगदान दिया है।"
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में उनके पुराने और उनके सबसे करीबी माने जाने वाले मौजूदा गृह मंत्री अमित शाह भी इस भाषा के बहुत हद तक मुरीद है। उन्होंने बुधवार को इस अवसर पर खास वीडियो संदेश जारी किया। देखिए, उन्होंने हिंदी और हिंदी दिवस को लेकर क्या कुछ कहा:
वैसे, हिंदी के झंडाबरदार सिर्फ पीएम मोदी और एचएम शाह भर नहीं हैं। दुनिया के कई बड़े नेता हैं, जो अपने भाषणों के दौरान हिंदी का इस्तेमाल कर चुके हैं। ऐसे नेताओं में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम स्कॉट मॉरिसन, इसराइल के पूर्व पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद शामिल हैं।
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दरअसल, हिंदी उन भाषाओं में गिनी जाती है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा बोली और समझी जाती हैं। राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी (बाद में चलकर महात्मा कहलाए) ने कहा था कि हिंदी जनमानस की भाषा है। उन्होंने इसे देश की राष्ट्रभाषा बनाने की सिफारिश भी की थी।
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हिंदी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा का दर्जा दिया गया, लिहाज़ा इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया, लेकिन 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने हिंदी को ही भारत की राजभाषा घोषित किया। हालांकि, पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया।