- पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है
- इसे लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई और द्विपक्षीय प्रतिबद्धता की याद दिलाई
- पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी को तलब कर भारत ने आपत्ति जताई
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसका मुंहतोड़ जवाब भारत की ओर से दिया जा रहा है। इस बीच भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी को भी तलब कर इस मसले पर अपना विरोध जताया। भारत ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर निर्दोष नागरिकों को 'जानबूझकर निशाना बनाने' की कड़े शब्दों मे निंदा की।
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, पाकिस्तान उच्चायोग के 'चार्ज दी अफेयर्स' को तलब कर भारत ने कड़ा रोष जताया और कहा कि त्योहारों के समय नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी करके शांति भंग किया जाना और हिंसा भड़काना निंदनीय है। भारत की यह प्रतिक्रिया दिवाली से एक दिन पहले नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने के बाद आई है।
आतंकवाद और घुसपैठ पर विरोध
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ और उसमें पाकिस्तान की भूमिका को लेकर भी आपत्ति जताई। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को उस द्विपक्षीय प्रतिबद्धता की भी याद दिलाई कि वह अपने नियंत्रण वाली भूमि का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होने देगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में उरी सेक्टर से लेकर गुरेज सेक्टर के बीच कई स्थानों पर नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की गई थी, जिसमें पांच सुरक्षाकर्मियों सहित 11 लोगों की जान चली गई थी।
पाकिस्तान की ओर से होने वाली फायरिंग पर भारतीय पक्ष ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया था, जिसमें पाकिस्तान के आठ सैनिकों की जान गई थी, जबकि 12 अन्य घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, भारत की इस कार्रवाई में पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में कई बुनियादी ढांचे को भी बड़ा नुकसान हुआ।