- सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं
- भारत कोरोना टीका भंडारण के लिए तैयारियों में जुटा
- जल्द ही भारत में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होगी
कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया को ही कदमों पर लाकर रख दिया। लाखों की जान चली गई। इस बीमारी से बचाव ही सबसे बढ़िया उपाय बताया गया। इससे लोगों का जीने का तरीका ही बदल गया। लेकिन अब पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस की वैक्सीन की खबरें लोगों को उत्साहित कर रही हैं। कुछ देशों में वैक्सीन आ गई है और लग रही है। भारत में भी जल्द ही वैक्सीन आ जाएगी। लेकिन इसे लेकर भी लोगों के मन में कई सवाल हैं।
वैक्सीन को लेकर क्या तैयारियां चल रही हैं?
आकाशवाणी समाचार के अनुसार, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. राजेंद्र के धमीजा ने बताया, 'सरकार ने टीकाकरण का कार्यक्रम तैयार कर लिया है। पूरे देश में राज्य एवं जिला स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं कि कैसे लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। इसमें 23 मंत्रालय मिलकर काम कर रहे हैं। कोल्ड चेन स्थापित की जा रही है, लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है। टीकाकरण के लिए चिन्हित स्थलों पर एक बार में कितने लोग आएंगे, कहां टीकाकरण किया जाएगा, क्या व्यवस्था होगी आदि तैयारियां अंतिम चरण में हैं।'
वैक्सीन आने में अभी कितना समय लगेगा?
डॉ. धमीजा ने बताया कि अभी तक टीका उपलब्ध नहीं है। सभी को वैक्सीन के अप्रूवल का इंतजार है। तीन वैक्सीन ने इमरजेंसी अप्रूवल के लिए आवेदन किया है। पहली फाइजर की वैक्सीन है, जो अमेरिका की है। बाकी दो वैक्सीन भारत में निर्मित हैं। इन तीनों के लिए कुछ और डाटा का इंतजार है। आने वाले कुछ हफ्तों में इनमें से कोई न कोई वैक्सीन आ जाएगी।
क्या कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट होंगे?
इस सवाल के जवाब में लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. मधुर यादव ने कहा, 'हर वैक्सीन के अपने साइड इफेक्ट होते हैं, इसके भी हो सकते हैं। जैसे एलर्जी होना, हल्का बुखार आना, दर्द थोड़े समय के लिए हो गया आदि। ऐसा आमतौर पर होता ही है। इसमें आने वाला बुखार पैरासिटामोल टैबलेट से ठीक हो जाता है।'
टीकाकरण के लिए दिशा-निर्देश जारी
- एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100-200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी।
- टीकाकरण जिस स्थान पर होगा, वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी।
- सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा। इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा।
- टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा।