नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी ने एक बार फिर देश के लोगों में बेहद चिंता पैदा कर दी है। नए मामले पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं और नए आंकड़े हैरान और परेशान करने वाले हैं। आज 2 लाख 34 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं, जबकि 24 घंटे में 1341 मौतें हुई हैं। स्थिति भयावह हो गई है। कई जगह अस्पतालों में बेड नहीं हैं तो कई जगह ऑक्सीजन की कमी हो गई है।
स्थितियों को देखकर लोगों के मन में काफी भय पैदा हो गया है। ऐसे में जानना जरूरी है कि कोरोना होने की स्थिति में किसी भी व्यक्ति को सबसे पहले क्या करना चाहिए?
सबसे पहले ध्यान रखना है कि सांस लेने में तकलीफ है या नहीं
'आकाशवाणी' समाचार के अनुसार, पीएचएफआई के अध्यक्ष डॉ. के श्रीनाथ रेड्डी ने बताया है कि कोरोना होने के बाद हो सकता है कि बहुत लोगों में लक्षण न आए या बीमारी तीव्रता से न फैले और वो जल्दी ठीक हो जाएं। लेकिन अगर लक्षण हैं तो पहले ध्यान रखना है कि सांस लेने में तकलीफ है या नहीं। सांस में तकलीफ होने का मतलब हो फेफड़ा प्रभावित हो रहा है। इसके लिए ऑक्सीमीटर साथ रखें, इससे ब्लड में ऑक्सीजन कितना पहुंच रहा है पता चलता रहता है। लेकिन सांस लेने में समस्या हो रही है तो सबसे पहले पेट के बल पर लेट जाएं, इससे फेफड़ों में हवा ज्यादा प्रवेश करती है और खून में ऑक्सीजन पहुंचने लगता है। लेकिन उसके बाद भी समस्या नहीं खत्म होती है तो अस्पताल में भर्ती हों, हालांकि अस्पताल में बहुत कम लोगों को जाने की जरूरत पड़ती है।
किसी के संक्रमित होते पर सभी सदस्यों को टेस्ट कराना चाहिए?
अगर परिवार में कोई एक पॉजिटिव आता है तो क्या सबको टेस्ट कराना चाहिए? इसके जवाब में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की डॉ. रूपाली मलिक कहती हैं, 'अगर घर में कोई एक कोरोना से संक्रमित है तो घर में सभी लोग काफी क्लोज होते हैं। ऐसे में अगर किसी और को भी लक्षण आते हैं तो टेस्ट करा लें, अगर नहीं हैं तो इंतजार कर लें, खासकर जो पॉजिटिव है बाकी सदस्यों से खुद को अलग रखें। अगर कमरे में जाएं तब दोनों लोग मास्क लगाकर रखें। जिस कमरे में रह रहे हैं वहां हवा का वेंटिलेशन हो। इसके अलावा घर में अगर कोई कोमोरबिडिटी वाला व्यक्ति है तो उसे ज्यादा सतर्कता रखनी है।'