पटना : नागरिकता कानून में संशोधन के मोदी सरकार के फैसले को समर्थन देने के जेडीयू के फैसले पर खुलकर नाराजगी जाहिर कर चुके प्रशांत किशोर ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने ट्विटर पर अपना बायो बदल दिया। इस बीच ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि नीतीश ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर की शनिवार शाम करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात चली, जिसके बाद उनके इस्तीफे की बातें सामने आ रही हैं। हालांकि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद खुद प्रशांत किशोर ने इस बारे में इस बारे में कुछ नहीं कहा। उन्होंने सिर्फ नीतीश कुमार के साथ हुई मुलाकात और बाचचीत के बारे में बताया, जिसमें उन्होंने कहा, 'उन्होंने (नीतीश कुमार) कहा कि हम राष्ट्रीय नागरिक पंजीयन (एनआरसी) के पक्ष में नहीं हैं, पर नागरिकता संशोधन अधिनियम को समर्थन देने में उन्हें कोई खामी नजर नहीं आती।'
अपना रुख स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, 'जहां तक मेरी बात है, मैं नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर अपने पुराने रुख पर कायम हूं। मैंने इस बारे में सार्वजनिक तौर पर बात की है और यह सिर्फ नीतीश कुमार के लिए नहीं है, बल्कि सभी के लिए है।'
नीतीश से मिलकर आने के बाद ही जेडीयू से उनके इस्तीफे की बात सामने आ रही है। हालांकि इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं हुई है। इस बीच ट्विटर पर उनका बायो भी बदला हुआ नजर आ रहा है, जिसमें उन्होंने जेडीयू उपाध्यक्ष का अपना पद हटा लिया है। इससे पहले जब वह नीतीश कुमार से मिलने जा रहे थे, तब भी उनसे सवाल किया गया था कि क्या वह पार्टी से इस्तीफा देंगे, तब उन्होंने कहा था कि वह सीएम से मिलने के बाद ही इस बारे में कुछ भी कहेंगे।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पार्टी के रुख की मुखर आलोचना करने के बाद उन्हें जेडीयू में भी विरोध का सामना करना पड़ रहा था। पार्टी के नेता आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को यहां तक कहा था कि वह इस तरही की बातें करने वाले होते कौन हैं और वह पार्टी से जाने के लिए स्वतंत्र हैं। माना जा रहा था कि उनके इस बयान को नीतीश कुमार का समर्थन हासिल था।