- सुरक्षाबलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान में रची गई साजिश
- गुरुवार सुबह श्रीनगर से जम्मू के लिए रवाना होने वाला था सीआरपीएफ का काफिला
- इस साजिश में शामिल तीन लोगों की है सरगर्मी से तलाश, एक आतंकी पाकिस्तानी भी
श्रीनगर : आतंकवादियों ने कश्मीर को अपने नापाक मंसूबों से दहलाने की एक बड़ी साजिश रची थी लेकिन सुरक्षाबलों की सूझबूझ एवं मुस्तैदी के चलते एक बड़ा हमला टाला जा सका। आतंकवादी यदि अपने मंसूबे में सफल हो जाते तो सुरक्षाबलों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती थी। जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर एक बार फिर सीआरपीएफ का काफिला था। यह आतंकवादी संगठन ने पुलवामा आतंकी हमले की तर्ज पर ही इसकी साजिश रची थी। साजिश का भंडाफोड़ हो जाने के बाद सुरक्षाबल इसमें संलिप्त आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि कार में करीब 42 से 42 किलोग्राम विस्फोटक रखा गया था। आतंकवादियों की मंशा अत्यधिक नुकसान पहुंचाने की थी। इस आतंकी साजिश की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी।
सीआरपीएफ के 20 वाहनों को निशाने बनाना चाहते थे
आतंकवादी इस बार सीआरपीएफ के करीब 20 वाहनों को निशाना बनाने की फिराक में थे। सुरक्षाबलों का यह काफिला गुरुवार सुबह श्रीनगर से जम्मू के लिए रवाना होने वाला था। इस ऑपरेशन में शामिल सीआरपीएएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'यह काफिला सुबह सात बजे के करीब बक्शी स्टेडियम से जम्मू के लिए रवाना होने वाला थ। ऐसा संदेह है कि आतंकवादी विस्फोट लदे सैंट्रो कार से इस काफिले को निशाना बनाना चाहते थे। इस काफिले में सीआरपीएफ के सभी रैंक के अधिकारी और जवान शामिल हैं और यह संख्या करीब 400 है।'
पाक में बैठे आतंक के आकाओं ने रची साजिश
इस आतंकी हमले के तार भी पाकिस्तान से जुड़े हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले सुरक्षा एजेंसियों ने फोन पर हुई बातचीत पकड़ी। इस बातचीत में सीमा के उस पार बैठे आतंकियों के आका उन्हें पुलवामा जैसा बड़ा हमला करने का निर्देश दे रहे थे। इस सूचना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं और इस बारे में और छानबीन करने के बाद उसे एक बड़ी लीड हाथ लगी। इस लीड के आधार पर गुरुवार रात एक नाके पर आ रही एक कार को सुरक्षाबलों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन यह कार वहां से किसी तरह से बच निकली। बताया जा रहा है कि कार में बैठे आतंकी ने सुरक्षाबलों पर गोलियां भी चलाईं और इसके बाद अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से किसी तरह भाग निकला।
सुरक्षाबलों को तीन लोगों की तलाश
हमले को नाकाम करने के बाद सुरक्षाबलों ने इस साजिश में संलिप्त लोगों की तलाश शुरू कर दी है। अभी तक इस साजिश में मुख्य रूप से तीन लोगों की भूमिका स्पष्ट रूप से सामने आ चुकी है। इनमें से एक गाड़ी का चालक है जो गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। इसे हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी बताया जा रहा है। दूसरा व्यक्ति कार में आईईडी लगाने वाला आतंकी है। इसकी पहचान पाकिस्तान के पंजाब निवासी वालिद के रूप में हुई है। सुरक्षा एजेंसियां वालिद की सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। वालिद पुलवामा में कुछ दिनों पहले हुई मुठभेड़ में बचकर भाग गया था। तीसरा एक घाटी का युवक है जिसका ब्रेनवाश किया गया है। इस युवक के घर वालों ने कुछ दिनों पहले दहशतगर्दी का रास्ता छोड़कर वापस घर आने की अपील की है। सुरक्षाबलों को लगता है कि इस युवक की इस साजिश में भूमिका हो सकती है।