अहमदाबाद: अब राफेल के पहले बार भारत के आसमान में उड़ने में कुछ ही समय बचा है। फ्रांस में यह विमान भारतीय वायुसेना के सुपुर्द किए जा चुके हैं और भारतीय वायुसेना के पायलट इन्हें उड़ाने की महारत हासिल कर रहे हैं। आगामी मई महीने में चार राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत आएंगे। इनकी तैनाती पाकिस्तान सीमा के पास आदमपुर एयरबेस पर की जाएगी। इस विमान की खासियतें समय समय पर सामने आती रही हैं। पीएम मोदी भी इसका जिक्र करते रहे हैं और पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने एक बार फिर इस विमान की खासियतों का जिक्र किया है।
पूर्व वायुसेना प्रमुख ने गुजरात में राफेल पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में इशारा किया कि राफेल लड़ाकू विमान भारत की हवाई ताकत को चीन- पाकिस्तान से एक कदम आगे ले जाएगा। उन्होंने कहा, 'यह हमारे दो विरोधियों के पास मौजूद क्षमता से आधी पीढ़ी आगे का विमान है।' गौरतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच 36 लड़ाकू विमानों की डील हुई थी, इन विमानों को चीन- पाकिस्तान के पास आदमपुर और हाशीमारा एयरबेस पर तैनात किए जाने की योजना है।
राफेल भारतीय वायुसेना की ताकत को कैसे बढ़ाएगा इस सवाल के जवाब में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए बीएस धनोआ ने कहा, 'जैसा कि मैने पहले कहा यह हमारे दो विरोधियों से 0.5 जेनरेशन आगे का विमान है।'
बालाकोट एयर स्ट्राइक पर बात:
कार्यक्रम के दौरान बालाकोट एयरस्ट्राइक और इसके बाद पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष के बारे में भी बात हुई। बीते साल 27 फरवरी के आस पास के घटनाक्रम पर बोलते हुए पूर्व वायुसेना प्रमुख ने कहा, '27 फरवरी को भारत पाकिस्तान के बीच हुआ हवाई युद्ध वियोंड विजुअल रेंज (BVR) था।' BVR का मतलब तकनीक की मदद से लंबी दूरी पर मौजूद उस दुश्मन विमान पर निशाना लगाना जो आपको आंख से नजर नहीं आ रहा है।
आगे उन्होंने कहा, 'वियोंड विजुअल रेंज में सबसे बड़ी बात होती है दुश्मन को पहले देखना और मार गिराना। विमान में लगे सेंसर, डेटा फ्यूजन की तकनीक और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल की क्षमता यह बात तय करती है कि आप पहले दुश्मन को मार गिरा सकते हो या नहीं। इसी मामले में राफेल हमें बड़ी क्षमता देगा।'
'मिग-21' की जगह 'राफेल' होता तो...
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, 'जैसा कि पीएम मोदी भी पहले कह चुके हैं कि अगर पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष के दौरान मिग की जगह राफेल होता तो बात ही कुछ और होती।' गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने अपने पुराने मिग-21 बाइसन से पाकिस्तान के ज्यादा आधुनिक एफ-16 को मार गिराया था। हालांकि तकनीकी संपर्क टूटने और अन्य कारणों से वह पाकिस्तान के इलाके में चले गए थे और उनका विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
(पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ)
बालाकोट में कितने आतंकी मरे?
बालाकोट में कितने आतंकी मरे इस सवाल के जवाब में पूर्व वायुसेना प्रमुख ने कहा, 'हम तकनीकी रूप से इस पर ध्यान देते हैं कि कैसे लक्ष्य पर हमला करना है और कैसे ज्यादा से ज्यादा क्षति पहुंचानी हैं। हम मरने वालों की संख्या नहीं गिन सकते। यह खुफिया एजेंसियों का काम होता है।'
उन्होंने कहा, 'अगर उन्हें खुफिया तंत्र से मरने वाले आतंकियों की संख्या के बारे में पता भी चला होता तो भी वह इसका खुलासा नहीं करते क्योंकि यह गोपनीय जानकारी होती है। अगर इसे सार्वजनिक करना ही है तो आधिकारिक तौर पर किया जाता है, इसमें मेरी टिप्पणी की जरूरत नहीं।' गौरतलब है कि पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के समय बीएस धनोआ वायुसेना प्रमुख थे।