नोएडा: कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान दिल्ली-नोएडा और गाजियाबाद से ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो कि हैरान और परेशान करने वाली हैं। दरअसल, कई मजदूरों को उत्तर प्रदेश और बिहार में अपने-अपने गृह नगरों में वापसी करते हुए देखा जा रहा है, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से ना उनके पास काम है और ना ही पैसा। यहां तक की उनके रहने और खाने का भी इंतजाम नहीं हो पा रहा है, इसी से परेशान होकर उन्होंने अपने-अपने घर लौटाना ही उचित समझा।
ये लोग पैदल ही घरों की ओर निकल गए हैं, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से कोई भी वाहन नहीं चल रहा है। इसी से निपटने के लिए अब उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की है कि वो जहां है, वहां से कहीं ना जाएं। उनके रहने और खाने का इंतजाम किया जाएगा।
1 महीने का किराया माफ
अब इसी क्रम में नोएडा के जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह ने आदेश दिया है कि किराएदारों से मकान मालिक एक महीने का किराया नहीं ले सकते। आदेश के अनुसार, मकान मालिक कोरोना वायरस लॉकडाउन के मद्देनजर गौतम बुद्ध नगर में एक महीने के बाद ही किरायेदारों से किराया ले सकते हैं। वर्तमान परिस्थितियों में किराए पर रह रहे मजदूरों के पलायन को अनुमति नहीं दी जाएगी।
उल्लंघन करने पर होगी सजा
आदेश में कहा गया है कि नोएडा के किसी भी भवन मालिक द्वारा जनपद के किसी भी मजदूर, कर्मचारी, जो जनपद की विभिन्न ईकाइयो/कंपनियों/कर्यालयों में कार्यरत है, से आवासीय भवन के किराए की मांग एक माह तक किसी भी दशा में नहीं की जाएगी। इसका उल्लंघन करने पर एक साल की सजा और जुर्माना या हो दोनों हो सकता है। यदि आदेश के उल्लंघन से किसी भी तरह की जान-माल की क्षति होती है तो वह सजा 2 साल तक भी हो सकती है। प्रभावित व्यक्त इस नंबर 0120-2544700 पर शिकायत कर सकता है।
योगी ने 1000 बसों की व्यवस्था की
इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से लौटे, प्रदेश के और बिहार के लोगों के लिए 1000 बसों का इंतजाम कर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने की पहल की है। दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग विशेषकर मजदूर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसी जगहों पर पहुंचे थे। अधिकारी ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी ने रात भर जाग कर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाक़ों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई।' उन्होंने बताया कि उक्त जिलों में पहुंचे लोगों और उनके परिवार वालों विशेषकर बच्चों के लिए भोजन का इंतजाम भी कराया गया।