- भारत और चीन के बीच लद्दाख में तनातनी बनी हुई है
- LAC पर दोनों देशों के बीच पिछले काफी समय से बना हुआ है तनाव
- दोनों देश बातचीत के जरिए इस विवाद को सुलझाने में लगे हुए हैं
चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चीन को भारतीय सीमा में घुसने की किसी भी कोशिश के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा है कि नई दिल्ली बीजिंग की धमकी के विरोध में पीछे नहीं हटेगा। हालांकि, उन्होंने सीमावर्ती तनाव में कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन हम चीन की किसी भी बदमाशी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अमरिंदर सिंह ने कहा, 'यह 1962 नहीं है।'
उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर चीन ने डराने-धमकाने वाला व्यवहार बंद नहीं किया, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। फेसबुक लाइव सत्र के दौरान कोलकाता के निवासी के सवाल के जवाब में कैप्टन ने कहा, 'भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है और चीन को कोई गलती नहीं करनी चाहिए।'
'हम किसी राष्ट्र से युद्ध नहीं चाहते, लेकिन...'
उन्होंने चीन से आग्रह किया कि वह अपने तरीके से सुधार करे और भारत से बात कर मसले को हल करे। अमरिंदर सिंह ने कहा, 'हम किसी भी राष्ट्र के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं और चाहते हैं कि स्थिति में सुधार हो, लेकिन अगर वे इस तरह व्यवहार करते रहे तो हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचेगा।'
सिंह ने कहा कि चीन भारत को सीमा के पास किसी भी प्रकार का निर्माण करने से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि जब वे हमारे क्षेत्र अक्साई चिन के अंदर सड़क बनाते हैं और हमारी आपत्ति नहीं सुनते हैं, लेकिन जब हम अपने क्षेत्र के अंदर सड़क बनाते हैं तो वे आक्रामकता के साथ प्रतिक्रिया करते हैं।'
पाकिस्तान को भी चेताया
कैप्टन पाकिस्तान को भी सख्त चेतावनी दी जो पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में ड्रोन और अन्य साधनों के माध्यम से सीमा पार से आतंकवादियों, हथियारों और मादक पदार्थों को धकेलकर गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, 'एक मजबूत त्रिस्तरीय सुरक्षा संरचना जिसमें बीएसएफ, पंजाब पुलिस और भारतीय सेना शामिल थी, चौबीसों घंटे पाकिस्तान के साथ सीमा की निगरानी और सुरक्षा कर रही थी। पंजाब पुलिस ने हाल के महीनों में 32 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और 200 से अधिक हथियार जब्त किए।'