- कर्नाटक में कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप के दो मामले सामने आए
- दोनों की उम्र 66 और 46 वर्ष है और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण हैं
- दोनों के संपर्क में आए सभी लोगों का समय पर पता लगा लिया गया और उनकी जांच की जा रही है
Omicron Cases in India: भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन की दस्तक हो गई है। कर्नाटक में दो केस मिले हैं। 66 साल और 46 साल के दो पुरुष इस वेरिएंट से प्रभावित हैं। संपर्क में आए लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने कहा कि 2 लोग कोविड 19 के Omicron स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं। 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक है, जो वापस चला गया है। एक अन्य व्यक्ति 46 वर्षीय डॉक्टर है। उन्होंने कोई यात्रा नहीं की। उनके (डॉक्टर के) प्राथमिक और माध्यमिक संपर्क में से 5 लोग कोविड 19 संक्रमित पाए गए हैं, तो कुल 6 लोगों को आइसोलेट कर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें से कोई भी गंभीर लक्षण नहीं दिखा रहा है। इन सभी लोगों का पूर्ण टीकाकरण किया गया है।
मंत्री ने कहा कि दुबई के रास्ते दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुए व्यक्ति ने एक निजी लैब से वायरस की नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। उनके प्राथमिक और द्वितीयक संपर्क (कुल 264) नकारात्मक पाए गए है। तो कहने का मतलब है कि उसका सर्टिफिकेट सच हो सकता है।
ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिक (BBMP) ने बताया कि कर्नाटक में ओमीक्रोन के दो मामलों का पता चला है। दो मरीजों में से एक 66 वर्षीय पुरुष है जबकि दूसरा 46 वर्षीय पुरुष है। 66 वर्षीय शख्स दक्षिण अफ्रीका (दुबई के माध्यम से) लौटा था और पूरी तरह से वैक्सीनेट है। वहीं 46 वर्षीय पुरुष के तीन प्राथमिक संपर्कों और दो माध्यमिक संपर्क 22 से 25 नवंबर के बीच कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी आइसोलेट हैं। उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं, रिपोर्ट आनी बाकी है।
66 वर्षीय शख्स 20 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से आया। यहां आने पर वो पॉजिटिव पाए गए। 22 तारीख को उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह जानकारी दी कि अभी तक कोविड-19 के ओमीक्रोन वेरिएंट के कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आए हैं। ओमीक्रोन से जुड़े सभी मामलों में अब तक हल्के लक्षण पाए गए हैं। देश और दुनिया भर में ऐसे सभी मामलों में अब तक कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आया है। WHO ने कहा है कि इसके उभरते सबूतों का अध्ययन किया जा रहा है।
वहीं आईसीएमआर डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन जागरूकता नितांत आवश्यक है। कोविड उपयुक्त व्यवहार की आवश्यकता है। उनके सभी संपर्कों की पहचान कर ली गई है और उनकी निगरानी की जा रही है। प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। नीति आयोग के सदस्य-स्वास्थ्य वीके पॉल ने कहा कि हमने ओमीक्रोन प्रकार का पता लगाने के लिए उन्हीं उपकरणों का उपयोग किया है जो पहली और दूसरी लहर के लिए थे। जिन दो मामलों का पता लगाया जा रहा है, वे आश्वासन देते हैं कि आरटी-पीसीआर टेस्ट और जीनोम सीक्वेंसिंग वेरिएंट का पता लगा सकते हैं।