नई दिल्ली: देश में नागरिकता कानून का विरोध व्यापक स्तर पर किया जा रहा है, कहीं ये विरोध शांतिपूर्ण है तो कहीं पर ये हिंसात्मक तरीके से हो रहा है, वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने दे रहा है, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तो खुलकर केंद्र सरकार के सामने खड़ी हैं।
ममता बनर्जी ने खुलकर नागरिकता कानून का विरोध किया है और कहा है कि किसी भी सूरत में इसे प्रदेश में नहीं लागू होने देंगी, ममता का रुख इस मुद्दे पर खासा मुखर है।
वहीं ममता बनर्जी ने साफ किया है कि जब तक वो जिंदा है पश्चिम बंगाल में कोई भी डिटेंशन सेंटर नहीं बनने पाएगा इसके लिए उन्हें चाहें जो करना पड़े वो करेंगी। ममता ने कहा- 'डिटेंशन कैम्प का कोई सवाल ही नहीं है। उन्हें यह काम राज्य सरकार के जरिए करना है, लेकिन हम ऐसा नहीं करने जा रहे हैं।'
ममता बनर्जी ने पहले कहा था कि विदेशियों की पहचान के लिए स्क्रीनिंग के बाद जिन लोगों को सिटिजन चार्टर रजिस्टर से बाहर रखा जाएगा, उन विदेशियों के लिए उनकी सरकार राज्य में डिटेंशन सेंटर नहीं बनने देगी।
बता दें कि ममता बनर्जी सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर रही हैं। ममता कई बार कह चुकी हैं कि वह अपने यहां एनआरसी लागू नहीं होने देंगी।