- जब Kalyan Singh ने भरी जनसभा में बताई थी अपनी अंतिम इच्छा
- अपनी अंतिम इच्छा को बताते-बताते भावुक हो गए थे कल्याण सिंह
- राम मंदिर को लेकर कल्याण सिंह की दूसरी इच्छा रह गई अधूरी
नई दिल्ली: भाजपा के दिग्गज नेता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के साथ ही बीजेपी में एक युग का अंत हो गया। कल्याण सिंह दुनिया को अलविदा कहने के साथ ही कई यादें लोगों के बीच में छोड़ गए हैं। उनकी अंतिम इच्छा बताने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें मंच से जनता को संबोधित करते- करते वो भावुक हो गए। इस वीडियो को अभी जमकर शेयर किया जा रहा है।
क्या है वीडियो में
कल्याण सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपनी अंतिम इच्छा बताते हुए कहते हैं, 'संघ और भारतीय जनता पार्टी के संस्कार मेरे रक्त के बूंद-बूंद में समाए हुए हैं। इसलिए मेरी इच्छा है कि मैं जीवन भर भाजपा में रहूं। और जीवन का जब अंत होने को हो तो मेरा शव भी भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटकर जाए।' कल्याण सिंह की इस इच्छा को बीजेपी ने पूरा भी किया और उनके शव को बीजेपी के झंडे से ढका गया है।
दूसरी अंतिम इच्छा रही अधूरी
हालांकि उनकी दूसरी अंतिम इच्छा अधूरी रह गई। उन्होंने कहा था, 'श्री राम देश के करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक हैं। मैं भी उन्हीं करोड़ों लोगों में से एक हूं। मेरे दिल की आकांक्षा थी कि भव्य राम मंदिर बन जाए। अब विश्वास है कि यह बनने जा रहा है। अब मैं चैन से, बड़ी शांति से मृत्यु का वरण कर सकता हूं। हां, यह इच्छा और है कि मेरे जीवनकाल में भव्य मंदिर बनकर पूरा हो जाए।'
यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। वह पिछले काफी समय से बीमार थे।