नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कहर के बीच लोगों के मन में कई तरह के सवाल है। ऐसे में एक सवाल आता है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर कब कोरोना होने का खतरा रहता है? पीएटएफआई के डॉ. के श्रीनाथ रेड्डी ने इसका जवाब दिया है। उनसे सवाल किया गया कि पहले संक्रमित के 10 मिनट संपर्क में आने पर संक्रमण होने का खतरा था इस बार क्या समय कम हो गया है?
डॉ. रेड्डी ने 'आकाशवाणी समाचार' को इसका जवाब देते हुए कहा, 'ये कहना मुश्किल है, लेकिन ये कह सकते हैं कि इस पर मिलने के स्थान पर निर्भर करता है। जैसे, अगर कहीं बाहर मिल रहे हैं खुले वातावरण में तो वहां जल्दी संक्रमित नहीं होंगे, लेकिन अगर किसी बंद जगह, छोटी जगह पर मिल रहे हैं तो संक्रमण का खतरा बना रहेगा। इसलिए कह सकते हैं 10 मिनट का ये अंतर निश्चित नहीं है। इस बात का ध्यान रखना है कि इस वक्त जो कोरोना वायरस उभरा है, वो हमारे शरीर में चिपकने की शक्ति ज्यादा रखता है, यानी बहुत कम समय में ही शरीर में प्रवेश कर जा रहा है।'
महाराष्ट्र के बाद UP से आए सबसे ज्यादा मामले
भारत में दैनिक नए मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में 2,34,692 नये मामले दर्ज किए गए। 10 राज्यों महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान में कोविड के दैनिक नये मामलों में बढ़ोत्तरी प्रदर्शित की गई है। नये मामलों के 79.32 प्रतिशत इन्हीं 10 राज्यों से दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र ने 63,729 दैनिक नये मामलों के साथ सर्वाधिक संख्या दर्ज कराई है। 27,360 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है, जबकि दिल्ली में 19,486 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
सबसे ज्यादा सक्रिय मामले महाराष्ट्र में
वहीं भारत के कुल सक्रिय मामले 16,79,740 तक पहुंच चुके हैं। यह देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 11.56 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय मामलों में 1,09,997 मामलों की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। 5 राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और केरल में भारत के कुल सक्रिय मामलों में 65.02 प्रतिशत की भागीदारी है। देश के कुल सक्रिय मामलों में अकेले महाराष्ट्र की 38.09 प्रतिशत की भागीदारी है।
24 घंटे में 1341 मौतें
देश में पिछले 24 घंटों में 1,23,354 रिकवरी दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में 1341 मौतें दर्ज की गईं। नई मौतों में 10 राज्यों की 85.83 प्रतिशत की भागीदारी है। महाराष्ट्र में सर्वाधिक (398) मौते दर्ज की गईं जबकि 141 दैनिक मौतों के साथ दिल्ली का दूसरा स्थान रहा।