- दिल्ली हिंसा में अब तक 35 लोगों की हुई मौत, गगन विहार इलाके में दो और लाशें मिलीं
- आप पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका संदेह के घेरे में, लोगों का आरोप-ताहिर ने भड़काई हिंसा
- भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की मौत मामले में ताहिर का हाथ होने का दावा किया है
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली की हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की मौत के बाद आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का नाम सुर्खियों में आ गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कपिल मिश्रा ने शर्मा की मौत के लिए हैसुन को जिम्मेदार ठहराया है। मिश्रा का दावा है कि अंकित शर्मा की मौत के पीछे आप पार्षद का हाथ है। यही नहीं, मीडिया रिपोर्टों में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा गया है कि हुसैन की फैक्टरी की छत से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके गए। हालांकि, हुसैन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है। आप पार्षद का दावा है कि वह खुद भीड़ की हिंसा में फंसे हुए थे और पुलिस ने उन्हें बचाकर निकाला।
कौन है ताहिर हुसैन
ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के नेता और निगम पार्षद हैं। वह पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार के वार्ड नंबर 59 से पार्षद हैं। ताहिर कारोबारी भी हैं लेकिन उनके खिलाफ अभी तक कोई आपराधिक केस दर्ज नहीं है। अंकित शर्मा के परिवार ने अपने बेटे की मौत के लिए ताहिर हुसैन को जिम्मेदार ठहराया है। अंकित के भाई को कहना है कि मंगलवार को ड्यूटी से लौटने के बाद शाम के वक्त अंकित घर से बाहर निकला। तभी बाहर उपद्रवी उसे पकड़कर ले गए। बता दें कि बुधवार को चांद बाग के एक नाले से अंकित शर्मा का शव बरामद हुआ। भाजपा नेता कपिल मिश्रा का दावा है कि अंकित शर्मा की मौत में ताहिर हुसैन का हाथ है।
वीडियो से उठे सवाल
करावल नगर के चांद बाग इलाके में ताहिर हुसैन की फैक्टरी है। वीडियो में इस फैक्टरी की छत पर कुछ लोग हैं जो हमला करते नजर आए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंसा के वक्त ताहिर हुसैन अपनी फैक्टरी में मौजूद था और हिंसा के लिए लोगों को उकसा रहा था। स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि हिंसा के दौरान इस फैक्टरी में 40 से 50 लोग दाखिल हुए और इन्होंने हिंसा करनी शुरू की।
इन लोगों की हिंसा एवं उत्पात से परेशान होकर दूसरे पक्ष के लोगों ने फैक्टरी को घेर लिया। बताया यह भी जा रहा है कि इसके बाद दिल्ली पुलिस के पास आम आदमी पार्टी के नेताओं के फोन आने लगे। सूत्रों के मुताबिक आप के एक वरिष्ठ नेता ने दिल्ली पुलिस के एक डीसीपी को फोन कर ताहिर हुसैन को वहां से निकालने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची और उसे वहां से निकालकर ले गई।
दंगाइयों ने शादी वाले घर को भी नहीं बख्शा
चांद बाग इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने टाइम्स नाउ से खास बातचीत में बताया कि 25 तारीख को उसके यहां शादी थी। इसकी तैयारी यहां चल रही थी। तभी दंगाइयों ने यहां धावा बोल दिया। उन्होंने यहां सबकुछ तहस-नहस कर दिया और पार्किंग में आग लगा दी। व्यक्ति ने बताया कि सबकुछ जलकर खाक हो गया और वह मुश्किल से अपनी जान बचाकर यहां से निकले। व्यक्ति ने कहा, 'हमने यूपी में जाकर शादी की।' व्यक्ति का दावा है कि हिंसा के वक्त ताहिर हुसैन यहां मौजूद था और वह करीब 350 से 400 लोगों को उपद्रव के लिए उकसा रहा था।
ताहिर हुसैन का आरोपों से इंकार
ताहिर हुसैन ने हिंसा भड़काने और आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की मौत मामले में अपनी भूमिका होने से इंकार किया है। हुसैन का कहना है कि वह खुद हिंसा में घिर गया था। पुलिस ने उसे और उसके बच्चों को वहां से निकाला। जबकि अंकित शर्मा के परिवार एवं स्थानीय लोगों का आरोप है कि हुसैन ने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया। पुलिस अंकित शर्मा के परिवार के बयान की जांच कर रही है।