- जयपुर की बगरू पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
- आरोपियों के पास से 34 बैंकों के 183 एटीएम कार्ड, 2 स्वीप मशीन और एक कार बरामद
- पकड़े गए बदमाशों ने 6 राज्यों में तकरीबन 36 वारदातों को दिया है अंजाम
Jaipur News: जयपुर कमीश्नरेट के बगरू थाना पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाली अंतर्राज्यीय गैंग के सरगना सहित चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। बगरू पुलिस ने गैंग के कब्जे से 34 बैंकों के 183 एटीएम कार्ड, 2 स्वीप मशीन व वारदात करने के काम में ली गई, एक कार भी बरामद की है। डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया कि, सीसीटीवी के आधार पर बदमाशों को पकड़ा गया। बदमाशों ने राजस्थान सहित छः राज्यों में तकरीबन 36 वारदातों को अंजाम दिया है। अंतर्राज्यीय गैंग में शामिल आमिर रंगरेज (30) निवासी मेरठ, साउद रंगरेज (30), निवासी बागपत, खुर्शीद नौसाद (31) निवासी मेरठ व तोसीफ अहमद (19) निवासी उत्तरी पूर्वी दिल्ली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से जब पूछताछ हुई तो उन्होंने पुलिस के सामने सभी आरोपों को कबूल किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, एडिसनल डीसीपी पश्चिम रामसिंह, एसीपी बगरू देवेंद्र सिंह ने बगरू सीआई विक्रम सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की थी। टीम के कांस्टेबल रामेश्वर को मिली सूचना के आधार पर आमिर, तोशिफ, साऊद व खुर्शीद को पकड़ कर पूछताछ की गई। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
एक पीड़ित ने दर्ज कराई थी शिकायत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बगरू के रामपुराउंती गांव के पीड़ित 15 जून को तकिया बस स्टैंड के एसबीआई एटीएम बूथ से रुपए निकाल रहे थे। एटीएम बूथ में पहले से खड़े एक व्यक्ति ने मशीन का कोई बटन दबा दिया। जिससे एटीएम कार्ड मशीन में ही रुक गया। वहां खड़े व्यक्ति ने बताया कि, आपको दोबारा पिन नंबर डालना ही पड़ेगा। दोबारा पिन डाला तो एटीएम कार्ड बाहर निकलते ही आरोपी ने कार्ड अपने हाथ में ले लिया और हूबहू दूसरा कार्ड मुझे थमाकर वहां से तुरंत फरार हो गया। बाद में देखा तो वो एटीएम कार्ड पीड़ित का नहीं था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और आरोपियों की तलाश में जुट गई।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार, बदमाश एटीएम बूथ पर खड़े होकर पैसे निकालने की कम जानकारी वाले व्यक्ति को शिकार बनाते थे। एटीएम बूथ में पहले से ही दो-तीन व्यक्ति एक साथ घुस जाते थे। जब कोई ग्राहक ट्रांजेक्शन बाहर निकालने लगता तभी ठग एटीएम में की कीबोर्ड पर मौजूद आईएमटी बटन (इंटरनेट बैंकिंग बटन) दबा देते थे। ऐसे में एटीएम की स्क्रीन पर ग्राहक से दोबारा राशि पूछी जाती है, ठग बाहर निकल रहे ग्राहक को बुला कर कहता है कि, आपका ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ है और दोबारा पैसे निकालने के लिए ऑप्शन भी आ रहा है। स्क्रीन पर राशि एंटर करने का ऑप्शन देखकर ग्राहक कैंसिल का बटन दबाता है, लेकिन एक्जिट नहीं होता था। यहीं से शातिर ठग ग्राहक को अपने शिकंजे में लेते थे। वो ग्राहक को कहता है कि, एक बाद दोबारा एटीएम डाल कर एक्जिट करिए। ऐसे में ग्राहक एटीएम मे दोबारा कार्ड डालकर पिन डालता है, पिन एंटर करते हुए ठग की नजरें कीबोर्ड पर ही रहती थी। मौका देखकर ठग एटीएम बदल लेते थे। बता दें कि, गैंग के सदस्यों ने दिल्ली, हरियाणा, उतरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात व राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित शहरों व कस्बों में 36 वारदातों को अंजाम देकर 12 लाख रुपए की ठगी करना कबूल किया है।