- बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया
- प्रशिक्षण में बालिकाओं और किरण बालिका गृह की महिला कर्मियों ने लिया भाग
- बालिकाओं को विपरीत परिस्थितियों से लड़ने के दिए गए टिप्स
जयपुर पुलिस और निर्भया स्क्वाड की मास्टर ट्रेनर की ओर से किरण बालिका गृह में बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान वहां कि महिला कर्मियों ने भी प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। यह प्रशिक्षण पांच दिवसीय था। इसमें मनचलों से निपटने के लिए आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। उन्हें अबला नहीं सबला कहलाने के अधिकार के बारे में बताया गया।
निर्भया की मास्टर ट्रेनर द्वारा किरण बालिका गृह में आत्मरक्षा के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया हैं। एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा के निर्देशन में प्रियंका व आशा द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
आत्मरक्षा की बारीकियों का दिया प्रशिक्षण
इस प्रशिक्षण के दौरान निर्भया स्क्वाड की ओर से यह बताया गया कि बालिकाओं को मजबूत कैसे बनना होगा। आत्मरक्षा के लिए आत्मविश्वास कितना आवश्यक होता है इसके बारे में जानकारी दी गई। बताया गया इस प्रशिक्षण से वह किसी मनचले को मुंहतोड़ जवाब कैसे दे सकती हैं। किसी मनचले की ओर से दुर्व्यहार करने पर उससे कैसे निपटना है इसके टिप्स दिए गए। बालिका गृह की बालिकओं को शिक्षा का महत्व की जानकारी दी गई। उनके अधिकारों का बारे में उनको जागरूक किया गया।
स्वयं की सुरक्षा का बताया महत्व
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त एवं नोडल अधिकारी निर्भया स्क्वाड सुनीता मीणा ने बताया कि, प्रशिक्षण में बालिकाओं ने एवं संस्था की महिला कर्मियों ने भी भाग लिया। सभी को अपनी स्वयं की सुरक्षा करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए एवं बताया गया कि विपरीत परिस्थितियों में कैसे अपने आप को बचाया जाए। उनसे कहा गया कैसे कठिन समय आने पर बिखरने के बजाय एक मजबूत चट्टान बनकर खड़ा रहना होता है। समय के साथ चलने और अपडेट रहने के बारे में बताया गया। संस्था की अध्यक्ष रश्मि कुच्छल और सचिव गुरिंदर विर्क ने बालिकाओं को प्रोत्साहित करने एवं निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने के लिए के लिए जयपुर पुलिस को एवं सुनीता मीना व निर्भया टीम को धन्यवाद दिया।