- बैंक शाखा से जेवरात गायब होने का मामला
- पूर्व बैंक मैनेजर समेत छह आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई
- पीड़ित ग्राहकों को मुआवजा देने का एलान हुआ
Kanpur Crime News: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में पूर्व बैंक मैनेजर व लॉकर इंचार्ज समेत छह आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने कार्रवाई की है। वहीं पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि, लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय ही गैंग लीडर था। पुलिस के अनुसार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है और अब उनकी संपत्तियों को चिन्हित करके जब्त किया जाएगा।
बताया गया कि, बैंक की कराची खाना शाखा के लोगों से जेवरात गायब होने के मामले में यह कार्रवाई हुई है। श्याम नगर निवासी मंजू भट्टाचार्य का बैंक की कराचीखाना शाखा में लॉकर था। वह 14 मार्च 2022 को जब लॉकर देखने पहुंची तो जेवरात गायब मिले।
पुलिस ने किया था मामला दर्ज
कानपुर पुलिस ने मंजू भट्टाचार्य की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। जांच में खुलासा हुआ था कि, बैंक के 11 लोगों द्वारा करीब तीन करोड़ रुपये के जेवरात गायब किए गए हैं। वहीं इसके बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने खुलासा किया था कि, पूर्व बैंक मैनेजर रामप्रसाद लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय लोकल कंपनी के कर्मचारी चंद्र प्रकाश और उनके अन्य साथियों ने यह जेवरात गायब किए हैं। पुलिस ने इनके पास से करीब एक किलो सोना भी बरामद किया था। उसके बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया था।
अब हुई गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई
इस मामले में डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार का कहना है कि, पकड़े गए सभी आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि, बैंक के लोगों द्वारा 11 ग्राहकों के 3.78 करोड़ रुपए के जेवरात चोरी हुए थे। अब आरोपियों की संपत्तियों को चिन्हित करने के बाद उन्हें जब्त किया जाएगा। वहीं इस मामले में खास बात यह है कि, पीड़ितों को राहत देने के लिए बैंक के कार्यकारी निदेशक की ओर से मुआवजा देने की घोषणा की गई है।