- कानपुर के जॉर्जिना मैकरॉबर्ट हॉस्पिटल का होगा कायाकल्प
- मल्टी सुपर स्पेशियलिटी विंग में मिलेंगी कैंसर की उच्च स्तरीय सुविधाएं
- अस्पताल में खुलेगा नया न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग
Kanpur Hospital: यूपी के कानपुर जिले में स्थित जॉर्जिना मैकरॉबर्ट हॉस्पिटल का जीर्णोद्धार होने जा रहा है। इसके कायाकल्प से मरीजों को उच्चस्तरीय सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सीय फैसिलिटी कानपुर में ही मिलेंगी। ऐसे में कानपुर के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और दूसरे शहरों में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। आपको बता दें कि जॉर्जिना मैकरॉबर्ट हॉस्पिटल अब जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का हिस्सा बन गया है।
अब यहां कॉस्मेटिक्स, रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सीय सुविधाएं मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी। अब यहां हादसों में घायल होने वालों के कटे-फटे अंग जुड़ जाया करेंगे, इसके अलावा पूरा चेहरा भी बदलने की सुविधा मिलेगी। कैंसर रोगियों को उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (एनबीसीसी) ने अपना प्रोजेक्ट सौंप दिया है।
कैंसर की मिलेंगी उच्च स्तरीय सुविधाएं
आपको बता दें कि, जॉर्जिना मैकरॉबर्ट हॉस्पिटल में अब मल्टी सुपर स्पेशियलिटी विंग में कैंसर की उच्च स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। ऐसे में मरीजों को लखनऊ, मुंबई या अन्य शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा यहां पर नया न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग भी खुलेगा। इस विभाग में गुर्दे की सबसे सटीक न्यूक्लियर मेडिसिन जांच आसानी से होगी। रोगियों के ठहरने के लिए बनेगा गेस्ट हाउस। गौरतलब है कि, यह जांच अभी तक सिर्फ एसजीपीजीआई के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में की जाती है, यहां यह सुविधा मिलने से रोगियों का आने-जाने का खर्च बचेगा साथ ही समय की भी बचत होगी।
अस्पताल में बनेगा गेस्ट हाउस
कैंसर रोगियों के लिए सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और मेडिसिन ऑन्कोलॉजी विभाग खुलेंगे। इन विभागों में कैंसर की पूरा इलाज मिलेगा। इसके साथ ही अस्पताल में गेस्ट हाउस भी बनेगा। ऐसे में दूर-दराज से आने वाले रोगियों को रूकने की सुविधा मिलेगी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि एनबीबीसी ने प्रजेंटेशन दे दिया है। जॉर्जिना मैकरॉबर्ट हॉस्पिटल का केंद्रीय और प्रदेश की टीम दौरा कर चुकी हैं। कानपुर में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं बढ़ने जा रही हैं।