- केंद्रीय विद्यालय आईआईटी में हुआ पूर्व छात्र सम्मेलन
- पूर्व छात्रों ने किया आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद का एलान
- पढ़ाई के अलावा छात्रों को कोचिंग के लिए भी की जाएगी मदद
Kendriya Vidyalaya, IIT Kanpur: यूपी के कानपुर स्थित केंद्रीय विद्यालय आईआईटी में रविवार को पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें 1971 बैच तक के छात्र-छात्राएं आए। किसी ने स्कूल का भ्रमण किया तो कोई पुराने दोस्तों से यादें ताजा करते हुए दिखाई दिया। पूर्व छात्रों ने स्कूल में पढ़ रहे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि, पढ़ाई के अलावा छात्रों को कोचिंग के लिए मदद भी की जाएगी। सम्मेलन में 125 पूर्व छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कई छात्र ऐसे थे, जो पढ़ाई पूरी करने के बाद पहली बार विद्यालय आए। इस दौरान पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया।
2019-20 बैच के कौस्तुभ उपाध्याय और 2020-2021 बैच की गार्गी घोरई को विद्या सागर अवार्ड फॉर साइंस से सम्मानित किया गया। 2019-20 बैच की नित्या गुप्ता और 2020-2021 बैच की सौम्या को डीएस बाजपेई अवार्ड फॉर कॉमर्स दिया गया।
'स्कूल ने हमें काफी कुछ दिया, अब देने की बारी हम सबकी'
2019-20 बैच के विक्रांत वैष्णव अग्निहोत्री और 2020-21 बैच के दीपेश त्रिवेदी को अभिमन्यु वार्ड और अदिति रावत और प्रांजल को लक्ष्मीबाई अवार्ड दिया गया। सेक्रेटरी नरेश चौधरी के अनुसार, कोरोना काल के बाद इस बार ऑफलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया। केवी एलुमनी एसोसिएशन अध्यक्ष मयंक गुप्ता के अनुसार, स्कूल ने हमें काफी कुछ दिया है, अब देने की बारी हम सबकी है। एसोसिएशन प्रधानाचार्य से मिलकर जरूरतों की जानकारी लेगी और हर संभव मदद करेगी। नोएडा से आए मनोज शर्मा बताया कि, छात्रों की स्कूल की पढ़ाई के अलावा उच्च शिक्षण संस्थानों लिए कोचिंग में मदद करने पर विचार किया जा रहा है।
आईआईटी कानपुर को मिला 100 करोड़ का दान
वहीं, इससे पहले हाल ही में आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र और इंडिगो एयरलाइंस के को-फाउंडर राकेश गंगवाल ने 100 करोड़ का दान दिया था। यह संस्थान के लिए मिला अब तक का सबसे बड़ा निजी दान था। आईआईटी में बनने वाले स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी के निर्माण के लिए राकेश गंगवाल ने यह धनराशि दान की थी। आपको बता दें कि, जेके सीमेंट ग्रुप ने इससे पहले 60 करोड़ का दान दिया था।