नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक विकलांग महिला ने आरोप लगाया है कि उसने स्थानीय पुलिसकर्मियों को उनके वाहनों में डीजल भरने के लिए 10,000 से 15,000 रुपए के बीच भुगतान किया है, ताकि वे उसकी नाबालिग बेटी को खोजने के लिए सहमत हो जाएं। महिला का कहना है कि पिछले महीने एक रिश्तेदार ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया था।
इस घटना का पता तब चला जब बैसाखी के सहारे चलने वाली महिला ने सोमवार को कानपुर पुलिस प्रमुख से कथित रूप से गलत अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए संपर्क किया। गुड़िया नाम की महिला ने कहा कि उसने पिछले महीने अपनी लापता बेटी को लेकर मामला दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया कि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है।
3-4 बार डलवाया डीजल
महिला ने कहा, 'पुलिस ने मुझे बताया कि हम आपकी बेटी की तलाश कर रहे हैं। कभी-कभी वे कहते थे कि चल यहां से। पुलिसकर्मियों ने तब कहा कि अगर तुम हमारे वाहनों में डीजल भरवाती हो तो तुम्हारी बेटी की तलाश करेंगे। मैंने पुलिस को रिश्वत नहीं दी, मैं झूठ नहीं बोलूंगी। लेकिन हां, मैंने उनके वाहनों में डीजल भराया। मैंने 3-4 ऐसा किया है। संबंधित पुलिस चौकी में दो कर्मी हैं, उनमें से एक मेरी मदद कर रहा है दूसरा नहीं है।' गुड़िया ने स्वीकार किया कि उसने पुलिस वाहनों के लिए 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक का डीजल का भुगतान किया। उसने कहा कि उसने डीजल के पैसे की व्यवस्था करने के लिए रिश्तेदारों से उधार लिया था।
AAP विधायक ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक नरेश बल्यान ने विधवा महिला का वीडियो डालते हुए लिखा, 'UP में मानवता की शर्मसार हुईं। इस विकलांग महिला की बेटी का अपहरण 1 महीना पहले हुआ, मदद माँगने थाने आयी तो पुलिस वालों ने गाड़ी में डीजल के पैसे मांगे, 3 बार महिला गाड़ी में डीजल डलवा चुकी है। मैं योगी आदित्यनाथ से माँग करता हूँ की आप अकॉउंट नम्बर दिजीये, मैं पैसे देता हूँ। ताजा खबर के अनुसार अभी तक 12 हज़ार रुपये का डीजल यूपी पुलिस के SI थाना चकेरी भरवा चुके है, मैं UP पुलिस तथा योगी आदित्यनाथ से मांग करता हूँ की इस गरीब महिला का 12 हजार जो भीख माँग कर दिए वो योगी सरकार वापस करे, मैं आपको पैसे देता हूँ। कृपया अकॉउंट डिटेल प्रेषित करे। शर्म करो।'
पुलिस ने की कार्रवाई
मामला सामने आने के बाद कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा, 'हमने थाना प्रभारी से मामले पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। उसके सभी आरोपों पर गौर किया जाएगा और अगर कोई दोषी पाया गया तो हम कार्रवाई करेंगे।' कानपुर पुलिस ने जानकारी दी कि चौकी इंचार्ज सनिगवां उ0नि0 राजपाल सिंह पर लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित होने पर निलम्बित कर दिया गया है, अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। एक और ट्वीट में कानपुर पुलिस ने कहा, 'प्रकरण में थाना चकेरी पर अभियोग पंजीकृत है लड़की की बरामदगी हेतु CO CANTT के निर्देशन में 04 टीमे गठित की गयी, पीड़ित महिला को पुलिस स्कार्ट कार से थाना भिजवाया गया तथा #DIG/SSP-KNR द्वारा चौकी इंचार्ज सनिगवां उ0नि0 राजपाल सिंह को लाइन हाजिर कर विभागीय जांच के आदेश दिये गये।'