- फैमिली प्लानिंग में जरूरी है दोनों पार्टनर की रजामंदी।
- शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहना भी जरूरी।
- आर्थिक स्थिति से लेकर बच्चे की परवरिश तक से जुड़ी हर बात पर करें चर्चा।
एक दंपत्ति के लिए ईश्वर का सबसे प्यारा तोहफा होता है उनका बच्चा। बच्चे के आने से जिंदगी बदल जाती है साथ में नए अनुभवों का सामना भी करना पड़ता है। बच्चे के आने से जिंदगी में जितनी खुशियां आती हैं उतना ही जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं। बच्चा प्लान करने से पहले यह जरूरी है कि दोनों पार्टनर्स एक साथ बैठकर कुछ जरूरी बातों पर चर्चा कर लें। ऐसा करने से भविष्य में उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अक्सर यह देखा जाता है कि लोग बिना जरूरी मुद्दों पर बातचीत किए फैमिली प्लान कर लेते हैं लेकिन बाद में उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में घर में लड़ाई झगड़े बढ़ते हैं जिसका बच्चों पर भी बुरा असर पड़ता है। बच्चे को इस दुनिया में लाने से पहले यह बहुत जरूरी है कि आप शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से पूरी तरह तैयार हो जाएं। इसके साथ आपको आर्थिक स्थिति का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। अगर आप भी फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं तो अपने पार्टनर से इन 10 मुद्दों पर बातचीत जरूर कर लें।
1. अभी क्यों?
प्रेग्नेंट होने से पहले आप अपने पार्टनर से जरूर पूछें कि यह समय अभिभावक बनने के लिए कितना मुनासिब है? आप दोनों को इस बात का पता जरूर होना चाहिए कि क्या यह समय माता-पिता बनने के लिए सही रहेगा या नहीं?
2. इसका हम दोनों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
बच्चे के आने से बहुत कुछ बदल जाता है इसलिए आप दोनों को तैयार रहने की जरूरत है। अपने पार्टनर से जिम्मेदारियों पर जरूर बात करें और उनसे पूछें कि वह कौन-कौन सी जिम्मेदारियां उठाने के लिए सक्षम है। आप दोनों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होना जरूरी है। बच्चे के डायपर बदलने से लेकर बच्चे के पढ़ाई में पैसे खर्च करने तक इन सारी जिम्मेदारियों को सुनिश्चित कर लें। आप दोनों के जीवन में तीसरे के आने से बहुत कुछ बदलेगा। इससे डरने की जरूरत नहीं है बल्कि एक साथ बैठकर इस पर चर्चा कीजिए।
3. एक कपल की तरह हम दोनों कितने मजबूत हैं?
बच्चे के आने से कुछ भी आसान नहीं होता है, इसलिए आप दोनों को पहले से ही अपने रिलेशनशिप को मजबूत बनाना होगा ताकि आप दोनों मिलकर बच्चे का पालन पोषण कर सकें। आप दोनों को एक दूसरे का साथ देना होगा और एक दूसरे पर विश्वास रखना होगा।
4. बच्चे का पालन-पोषण कैसे करेंगे?
यह मुद्दा बेहद गंभीर है, क्योंकि आपके पालन-पोषण पर यह निर्भर करेगा कि आपका बच्चा भविष्य में कैसा होगा। माता-पिता जिस तरीके से अपने बच्चे का पालन पोषण करते हैं भविष्य में बच्चा भी उन्हीं रास्तों पर चलता है। इसलिए माता-पिता बनने से पहले अपने पार्टनर से यह जरूर पूछ लें कि आप दोनों अपने बच्चे का पालन-पोषण किस तरह से करना चाहते हैं।
5. बच्चे की देखभाल कैसे करेंगे?
जब बच्चा घर में आता है तब उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी होता है। आप दोनों को पहले से ही यह तय कर लेना चाहिए कि कौन घर पर रहकर बच्चे की देखभाल करेगा और कौन बाहर जाकर पैसे कमाएगा। अगर आप दोनों अपना काम करना चाहते हैं तो इसकी भी प्लानिंग कर लीजिए और अगर सिर्फ एक ही काम पर जाना चाहता है तो आप दोनों को अपने आर्थिक स्थिति और बजट को लेकर बातचीत करनी चाहिए।
6. हम दोनों अनुशासन का पालन कैसे करेंगे?
बच्चे के अच्छे पालन पोषण के लिए यह जरूरी होता है कि माता-पिता अनुशासित रहें। हो सकता है आप दोनों के जीवनशैली में अंतर हो, इसलिए आप दोनों को इस पर बातचीत करनी चाहिए और एक रास्ता चुनना चाहिए।
7. हम अपने बच्चे को कौन से धार्मिक गुण सिखाएंगे?
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे के अंदर अच्छे गुण हों और वह एक धर्म या सभी धर्मों का मान रखे। इसकी तैयारी आपको शुरू से करनी होगी।
8. बच्चे के साथ हम अपने रिलेशनशिप को कैसे समय देंगे?
बच्चे के आने के साथ जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं और उन जिम्मेदारियों को निभाने के चक्कर में पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाते हैं। ऐसा करना गलत होता है क्योंकि इससे दोनों के बीच में दूरियां बनती हैं। बच्चे के आने से पहले पति-पत्नी को एक साथ बैठकर इस मुद्दे पर चर्चा जरूर करना चाहिए कि बच्चा होने के बाद वह एक-दूसरे को समय कैसे देंगे।
9. गर्भधारण करने में मुश्किलें आएंगी तो क्या करेंगे?
बहुत सारे पति-पत्नी गर्भधारण करने में नाकाम होते हैं। यह समय दोनों के लिए बहुत तनावपूर्ण हो जाता है इसलिए आप दोनों को पहले से तैयार रहना चाहिए। अपने पार्टनर से यह जरूर पूछिए कि अगर गर्भ धारण करने में मुश्किलें आएंगी तो वह और किन उपायों का सहारा लेने के लिए तैयार हैं।
10. हम अपना भविष्य कैसा चाहते हैं?
जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तब वह अपने पढ़ाई और जॉब के लिए माता-पिता से अलग हो जाते हैं। ऐसे में माता-पिता अकेले रह जाते हैं, इसलिए आप दोनों के पास अपना एक प्लान होना चाहिए कि आप ऐसे हालात में क्या करेंगे। अगर आपका सपना दुनिया घूमने का है तो आप दोनों उस वक्त का फायदा उठाकर अपना सपना पूरा कर सकते हैं।