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'हर हाथ को काम' के वादे पर आगे बढ़ी योगी सरकार, MoU पर हुए हस्ताक्षर

Updated May 29, 2020 | 12:42 IST

Uttar Pradesh migrant workers: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन के कारण वापस राज्य लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
औद्योगिक संघ के साथ योगी ने की बैठक
मुख्य बातें
  • मजदूरों को रोजगार देने के लिए योगी सरकार और उद्योग संघों के बीच सहमति पत्र पर हुए हस्ताक्षर
  • योगी सरकार ने 18 लाख प्रवासी मजदूरों की स्किल मैंपिंग का काम पूरा कर लिया है, 30 लाख आए हैं प्रवासी
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जरूरत के हिसाब से हर सेक्टर में इन्हें काम दिया जाएगा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज औद्योगिक संघ के साथ बैठक की और कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण राज्य में वापस आने वाले प्रवासी श्रमिकों के रोजगार के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। लॉकडाउन के दौरान दूसरे प्रदेशों से लौटे प्रवासी मजदूरों को उनके स्किल के हिसाब से रोजगार उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार कदम उठा रही है। इस दिशा में आज होने वाला यह करार अहम है।

18 लाख मजदूरों की स्किल मैंपिंग का काम पूरा
सहमति पत्र पर हस्ताक्षर राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) एवं इंडियन इंड्रस्ट्रीज एसोसिएशन, नेशनल रियल इस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल और सीआईआई के बीच हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बताया कि राज्य सरकार अब तक 18 लाख से अधिक श्रमिकों की स्किल मैंपिग कर चुकी है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, 'प्रदेश में आने वाले श्रमिक एवं प्रवासी मजदूर हमारी ताकत हैं। अब तक ये शक्ति अलग-अलग राज्यों में काम करते हुए देश को मजबूत बना रही थी लेकिन अब ये शक्ति उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम करेगी।'

हर हाथ को काम देगी योगी सरकार
उन्होंने कहा,'इससे एक नए उत्तर प्रदेश का निर्माण होगा। राज्य में हर हाथ को काम और हर परिवार को रोजगार उपलब्ध कराने के कार्य को आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश आने वाले प्रवासी मजदूरों में अच्छे राजमिस्त्री, अच्छे पेंटर, कंप्यूटर ऑपरेटर और ड्राइवर हैं। प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए गठित आयोग हर सेक्टर को जरूरत के हिसाब से मैन पावर उपलब्ध कराएगा।'

30 लाख मजदूर वापस यूपी लौटे
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने गत सोमवार को अपना पहला स्किल मैप जारी किया। इसमें कहा गया कि मजदूरों को उनके स्किल एवं अनुभव के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकार का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेशों से करीब 30 लाख प्रवासी मजदूर यूपी वापस आ चुके हैं।  सरकार का कहना है कि इनमें सबसे ज्यादा मजदूर कंस्ट्रक्शन सेक्टर से जुड़े हैं और इनकी संख्या 1.5 लाख से ज्यादा है। 

अब यूपी को आगे बढ़ाएगा यह मैनपावर
सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के बारे में उपलब्ध कराई गई सूची के अनुसार पेंटर्स की संख्या 26,041, बढ़ई 16,064, ड्राइवर 9052, इलेक्ट्रानिक्स से जुड़े 4980, सेक्युरिटी गार्ड 3364, प्लंबर 2234 और ऑटो रिपेयर 1557 हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी का कहना है कि यह संख्या बढ़ भी सकती है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का कहना है कि ये मैनपावर अब यूपी को आगे बढ़ाएगा।

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