Vikas Dubey Encounter: पांच लाख के इनामी कुख्यात विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार सुबह मार गिराया। इस एनकाउंटर की पटकथा 2 जुलाई की रात लिखी जा चुकी थी जब विकास ने आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। उज्जैन से कानपुर ले जाने के दौरान विकास दुबे जिस गाड़ी में सवार था, वह पलट गई और विकास ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। इस दौरान जवाबी हमले में यूपी एसटीएफ ने उसे मार गिराया। पुलिस ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी है। आइये एक नजर इस पूरे घटनाक्रम पर।
2 जुलाई 2020: गुरुवार की रात कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पुलिस टीम दबिश देने गई। यहां विकास ने जेसीबी मशीन रास्ते में लगाकर पुलिस का रास्ता रोका था और ऊंचाई से पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था। इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और विकास दुबे फरार हो गया था।
03 जुलाई 2020: विकास को पकड़ने को टीमें लगाई गईं और तीन जुलाई की सुबह पुलिस ने विकास के दो साथियों को बिकरू के पास जंगलों में मार गिराया। ये दोनों थे प्रेम प्रकाश पांडे और अतुल दुबे। इन दोनों के पास से हथियार भी बरामद हुए थे। प्रदेश के 75 जिलों में अलर्ट जारी किया। सीएम योगी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को एक करोड़ की मदद, सरकारी नौकरी और पेंशन का ऐलान किया। चौबेपुर एसओ की भूमिका को संदिग्ध पाई गई।
04 जुलाई 2020: पूरे प्रदेश में विकास दुबे और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसने के लिए टीमें लग गईं। आसपास के प्रदेशों को भी एलर्ट कर दिया गया। कानपुर प्रशासन और पुलिस ने बिकरू गांव में विकास के घर और कारों को नष्ट कर दिया और भारी मात्रा में असलहा, बम और बारूद बरामद किए।
05 जुलाई 2020: विकास का काम देखने वाले जय बाजपेयी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। साथ ही विकास दुबे पर ढाई लाख इनाम घोषित हुआ।
06 जुलाई 2020: शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा का एक पत्र सामने आया जिसमें उन्होंने चौबेपुर एसओ पर सवाल उठाए थे साथ ही डीआईजी एसटीएफ अनंत देव की भूमिका पर भी सवाल किए थे। इस पत्र के बाद अनंत देव का तबादला कर दिया गया था।
07 जुलाई 2020: पुलिस ने विकास दुबे के 15 साथियों के पोस्टर लांच करने के साथ यूपी के सभी जिलों में विकास के पोस्टर लगाए गए।
विकास दुबे के लिए मुखबिरी के शक में चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया।
08 जुलाई 2020: बुधवार की तड़के सुबह यूपी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में हमीरपुर में विकास दुबे का राइट हैंड कहा जाने वाला अमर दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया था। स मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ल व एसटीएफ सिपाही घायल हुए थे। वह विकास के साथ बंदूक लेकर हमेशा दिखता था। खास बात से है कि अमर दुबे की नौ दिन पहले ही शादी हुई थी। विकास दुबे के लिए मुखबिरी के शक में चौबेपुर थाने का सस्पेंड एसओ विनय तिवारी और सब-इंस्पेक्टर के के शर्मा गिरफ्तार हुए।
09 जुलाई 2020: फरीदाबाद में गिरफ्तार किए गए विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी और इसी दौरान वह पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और प्रभात मिश्रा घायल हो गया।अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं विकास दुबे का एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा इटावा में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। इसी दिन विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने महाकाल मंदिर से अरेस्ट कर लिया और यूपी एसटीएफ की टीम उसे लेने गई।
10 जुलाई 2020 : उज्जैन से कानपुर लाते वक्त गाड़ी पलटने का फायदा उठाकर विकास दुबे ने पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। जिसमें हुई मुठभेड़ में अपराधी विकास दुबे घायल हुआ जिसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।