- अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर की मजबूती कल्पना से परे होगी
- इसकी आयु 1000 साल तक की होगी
- भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा कुछ बिगाड़ नहीं पाएगी
लखनऊ : अयोध्या में बनने जा रहा राम मंदिर भूकंप रोधी होगा साथ ही इसकी आयु 1000 सालों तक की होगी। राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाला पिलर काफी विशाल और मजबूत होगा। ये पिलर जितना जमीन के उपर होंगे उतनी ही गहरी इनकी नींव होगी। ये सभी भूकंप रोधी होंगे। भूकंप का एक भी झटका इनको छू भी नहीं पाएगा।
राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने शुक्रवार को ये बातें कही। उन्होंने बताया कि राम मंदिर का डिजाइन जल्द बन कर तैयार हो जाएगा। अयोध्या में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कुछ इस तरह होगा कि इस पर किसी प्रकार के कोई प्राकृतिक आपदाओं का असर नहीं होगा। हजारों सालों तक इस पर भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदाओं का असर नहीं होगा। राम मंदिर के परिसर में खुदाई में मिले पुरातत्वों के भी दर्शन प्राप्त होंगे।
राम मंदिर निर्माण के लिए जुटाए गए फंड के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रस्ट अकाउंट में फिलहाल 42 करोड़ रुपए हैं जो लोगों की तरफ से मिले दान हैं। लोगों ने 1 रुपए से लेकर 1 करोड़ तक दान दिए हैं। देशभर से करीब 20,000 संतों ने राम मंदिर आंदोलन में भाग लिया था और ऐसे में हर किसी को भूमिपूजन में आमंत्रित करना संभव नहीं था।
हम अयोध्या के बाहर केवल 90 संतों को और अयोध्या के 52 संतों को आमंत्रण भेज सके। पीएम मोदी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इतने मुश्किल समय में भी चारों तरफ से आलोचना झेलने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या का दौरा किया और राम लला के समक्ष प्रार्थना की और मंदिर का शिलान्यास किया। पूरे भारत के लोगों ने इस ऐतिहासिक क्षण को सेलिब्रेट किया।
बताया जाता है कि राम मंदिर निर्माण का प्रोजेक्ट लार्सन एंड टर्बो कंपनी को मिला है। कंपनी के अधिकारी गुरुवार को अयोध्या आए थे जिन्होंने कहा है कि राम मंदिर निर्माण का मैप अपने अंतिम चरण में है। इस मैप को जल्द ही अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी से पास करा लिया जाएगा।