- बिहार में शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई दी
- वहीं जीतनराम मांझी ने बिहार विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ ली
पटना : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एक बार फिर बनी एनडीए सरकार शिक्षा मंत्री को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। विपक्ष लगातार उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। विपक्ष के हमलावर तेवर के बीच मेवालाल को कैबिनेट से हटाए जाने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। इस बीच शिक्षा मंत्री ने खुद पर लगे आरोपों को लेकर सफाई दी है।
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने कहा कि उनके खिलाफ लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा, 'आरोप तभी साबित होता है जब चार्जशीट दायर की जाती है या अदालत आदेश देती है और मेरे खिलाफ आरोपों को साबित करने के लिए दोनों में से कुछ भी नहीं है।'
जीतनराम मंझी बने प्रोटेम स्पीकर
वहीं, बिहार में प्रोटेम स्पीकर के तौर पर हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी को शपथ दिलाई गई है। उन्होंने गुरुवार (19 नवंबर) को प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ ली।
मेवालाल चौधरी की यह सफाई इन अटकलों के बीच आई है कि उन्हें नीतीश कैबिनेट से हटाया जा सकता है। विपक्ष उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद से ही लगातार सवाल उठा रहा था। उन पर भागलपुर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर रहते हुए नियमों की अनदेखी कर गलत तरीके से कई नियुक्तियां करने का आरोप है।