नई दिल्लीः कब दुनिया को कोविड-19 महामारी से मुक्ती मिलेगी, कब इस घातक कोरोना वायरस से निजात पाया जा सकेगा? विश्व भर में लोगों की जुबान पर यही सवाल हैं। इस महामारी के चलते अधिकतर देशों में लॉकडाउन है और लोग अपना काम छोड़कर घरों में बैठने पर मजबूर हैं। वैज्ञानिकों ने ना सही लेकिन ग्रहों की चाल को हर गतिविधि और उन्हें हर चीज के पीछे की वजह मानने वाले ज्योतिष विज्ञान ने कोरोना के अंत की तारीख तय कर दी है।
क्या थी वजहः दरअसल, तमाम ज्योतिषाचार्य यही मानते हैं कि कोरोना वायरस के पीछे की वजह 26 दिसंबर को हुआ सूर्य ग्रहण था। ये वही समय था जब चीन में शुरुआती मामले सामने आ रहे थे और ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक सूर्य ग्रहण की वजह से ही इसका प्रकोप इतना बढ़ गया और हर ग्रहण का असर तकरीबन छह महीने तक रहता ही है। कुछ का ये भी मानना था कि सूर्य ग्रहण के साथ-साथ संव्तसर 2076 के राजा शनि व मंत्री सूर्य की वजह और तमाम ग्रहों की एक साथ खराब युति से ही इस महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया।
इस तारीख से शुरू होगा कोरोना का खात्मा?
सूर्य ग्रहण बेशक कुछ लोगों के लिए सिर्फ एक खगोलीय घटना है लेकिन ज्योतिष विज्ञान में इसके मायने काफी कुछ कहते हैं। ज्योतिष के मुताबिक इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को पड़ने वाला है और इसी ग्रहण से कुछ पहले ही महामारी का अंत होना शुरू हो जाएगा। मानना है कि ये महामारी एक सूर्य ग्रहण से शुरू हुई थी और अगले सूर्य ग्रहण पर खत्म हो जाएगी क्योंकि इस बार ग्रहों की युति इतनी खराब नहीं होगी। बताया जा रहा है कि 21 जून को ग्रहण और 30 जून को बृस्तपति का राशि परविर्तन होगा, जबकि बृहस्पति-शनि की युति भी समाप्त हो जाएगी। ग्रहों की यही चाल कोरोना का अंत करेगी।
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खंडग्रास सूर्यग्रहण और उससे पहले चंद्रग्रहण भी
एक वजह ये भी बताई गई है कि 21 जून को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण खंडग्रास रूप में होगा जिसे रोग निवारण की नजर से देखा जा रहा है। आपको बता दें कि सूर्यग्रहण से कुछ दिन पहले यानी 5 जून को चंद्रग्रहण भी पड़ने वाला है। जबकि इस साल जून के अलावा एक और सूर्य ग्रहण पड़ेगा जो कि साल के अंत में होगा। 21 जून को पड़ने वाले सूर्यग्रहण के दौरान सावधान भी रहने की जरूरत होगी। आने वाले दिनों में जो ग्रहों की युति बन रही है उससे भारत का मान पूरी दुनिया में बढ़ सकता है। लेकिन कोरोना से पूरी तरह से मुक्त सितंबर तक ही हो पाएंगे। इसलिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग को फिलहाल अपने जीवन का हिस्सा बना लेना होगा, बाहर निकलते वक्त मास्क जरूर लगाएं और सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करें।
(डिस्क्लेमर) यह ऑर्टिकल ज्योतिषीय आधारित सामग्री और आंकड़ों पर आधारित है। टाइम्स नाउ हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है।