- चाणक्य नीति आपके जीवन को सफल और सार्थक बनाते हैं
- बुरे वक्त में किस तरह आप अपने आप को तैयार करते हैं
- आपकी खुशी आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सजा है
चाणक्य एक महान दार्शनिक थे। उन्हें ना सिर्फ अर्थशास्त्र् और राजनीति का ज्ञान था बल्कि वे अच्छे दार्शनिक भी थे। चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में उन्होंने देश को अर्थव्यवस्था और राजनीति के क्षेत्र में एक नए मुकाम पर एक नई उंचाई पर पहुंचाया। चाणक्य काल को स्वर्णिम काल भी कहा गया। उनकी कही गई बातें और सलाह आज भी प्रासंगिक हैं। ना सिर्फ राजनीति जीवन में बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी उनकी कही गई बातें काफी प्रासंगिक हैं।
अगर आप उनके द्वारा कही गई बातों पर अमल करते हैं तो आपकी जिंदगी ना सिर्फ आसान और सरल हो जाती है बल्कि आप सफलता की ओर भी बढ़ने लगते हैं। आज हम ऐसे ही उनके कुछ बातों को यहां जानेंगे। उन्होंने बताया था कि अगर आपके साथ बुरा वक्त चल रहा है तो आप उससे कैसे अपने आप को बचा सकते हैं आप उससे लड़ने के लिए अपने आप को कैसे तैयार कर सकतें हैं। जानते हैं इस पर क्या कहती है चाणक्य नीति-
डर पर पाएं काबू
डर एक ऐसी चीज है जो हमें कमजोर बनाती है और फिर ये धीरे-धीरे हमारी जिंदगी पर हावी हो जाता है। एक आत्मविश्वासी व्यक्ति बुरे हालात को अच्छे से हैंडल कर सकता है जबकि एक डरा हुआ व्यक्ति ऐसा नहीं कर पाता है। डरा हुआ व्यक्ति ना अपने आप को बचा सकता है और ना ही हालातों को अपने काबू में कर सकता है। हालातों से लड़ने से पहले आपको डर से लड़ना होगा।
चाणक्य कहते हैं- डर आपके पास आता है, योद्धा की तरह आप पर हमला करता है और फिर आपको मार देता है।
वर्तमान में जिएं
असफलता का दौरा सबसे बुरा दौर होता है। ऐसे समय में ना सिर्फ आप हताश निराश हो जाते हैं बल्कि खुद से भी नजरें नहीं मिला पाते हैं साथ ही औरों का भी सामना नहीं कर पाते हैं। व्यक्ति को अपने भूत के बारे में नहीं सोचना चाहिए और हमेशा असफलताओं से निकलने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही ये भी कहा जाता है कि भविष्य के बारे में भी सोच सोचकर अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। केवल और केवल वर्तमान में जिएं आपका भविष्य खुद व खुद संवर जाएगा। अगर हालात आपके पक्ष में नहीं है तो आपको उसे वैसे ही छोड़ देना चाहिए और बुरा वक्त गुजर जाने का धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करनी चाहिए। क्योंकि कोई भी चीज हमेशा नहीं रहती है।
चाणक्य कहते हैं- भूत को लेकर ना पछताएं, ना भविष्य की चिंता करें, वर्तमान में जिएं
खुशी की विजय होती है
जब आपका बुरा वक्त चल रहा होता है तो उस समय आपका दुश्मन आप पर जल्दी हमला करता है और बुरे वक्त में आपके आत्मस्वाभिमान को ठेस पहुंचाता है। ऐसे में केवल आत्मविश्वास ही है जो बुरे वक्त में शक्ति देता है यह दुश्मन को कमजोर करता है। आपकी खुशी आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सजा है जो आपको खुश नहीं देख सकते हैं।
चाणक्य कहते हैं- आपकी खुशी आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सजा है
अपने आप को मजबूत दिखाएं
आपके अंदर की मजबूती आपको विजेता बनाती है। आपके अंदर की मजबूती आपके दुश्मन के आत्मविश्वास को कमजोर बनाता है। अगर आपका दुश्मन मजबूत हो तो आप डर जाते हैं इसलिए लोग ऐसे लोगों से दूर रहते हैं। वे कमजोर पर पहले हमला करते हैं। ऐसे में आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है कि आप ना सिर्फ अंदर से मजबूत रहें बल्कि दूसरों को दिखाएं भी कि आप मजबूत हैं।
चाणक्य कहते हैं- एक सांप को हमेशा ये दिखाना चाहिए कि वह जहरीला है भले ही वह ना भी हो