- गुरुवार का दिन साईं की विशेष पूजा का होता है
- साईं का प्रसन्न करने के लिए उनके मंत्र का जाप करें
- साईं को पीले पुष्प और खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए
गुरुवार के दिन साईं की विशेष पूजा का विधान है, क्योंकि गरुवार को साईं बाबा का दिन होता है। साईं बाबा की पूजा बहुत ही सरल और सादे तरीके से की जाती है। साईं फकीर थे और प्रेम के भूखे थे। वह अपने भक्तों से भी प्रेम की ही मांग करते थे। इसलिए कहा जाता है कि सच्चे मन और प्यार से साईं को याद करना ही उन्हें प्रसन्न कर देता है। साईं की पूजा की तरह उनका भोग भी बहुत सादा होता है। साईं की पूजा में कुछ फूल और खिचड़ी का भोग लगाना ही काफी होता है। यदि आप साईं पूजा के साथ उनके विशेष मंत्र का जाप भी कर लें तो आपके जीवन में सुख और सौभाग्य का वास सदा बना रहेगा। साईं का स्मरण करने के लिए वैसे तो किसी दिन या मौके का इंतजार नहीं करना चाहिए, लेकिन गुरुवार को साईं का विशेष दिन होता है इसलिए इस दिन विशेष रूप से उनकी पूजा जरूर करनी चाहिए। साईं के मंत्र का जाप मनुष्य को ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ, कलह आदि दूर कर सन्मार्ग पर चलना सिखाता है। गुरुवार के दिन आप साईं के इनमें से किसी भी एक मंत्र को कम से कम 108 जरूर जाप करें।
ये साईं के विशेष चमत्कारिक मंत्र
- ॐ सांईं राम।
- ॐ सांईं गुरुदेवाय नम:।
- सबका मालिक एक है।
- ॐ सांईं देवाय नम:।
- ॐ शिर्डी देवाय नम:।
- ॐ समाधिदेवाय नम:।
- ॐ सर्वदेवाय रूपाय नम:।
- ॐ शिर्डी वासाय विद्महे सच्चिदानंदाय धीमहि तन्नो सांईं प्रचोदयात।
- ॐ साईं नमो नम:, श्री साईं नमो नम:, जय जय साईं नमो नम:, सद्गुरु साईं नमो नम:।
- ॐ अजर अमराय नम:।
- ॐ मालिकाय नम:।
- जय-जय सांईं राम।
- ॐ सर्वज्ञा सर्व देवता स्वरूप अवतारा।
मंत्र पढ़ने की जानें विधि
सर्वप्रथम एक शांत जगह पर आसन लगा कर बैठ जाएं। इसके बाद निर्मल मन से एकाग्र होकर साईं का ध्यान करें। इसके बाद किसी एक मंत्र को तुलसी या रुद्राक्ष की माला के साथ जपें। इन मंत्रों के जाप में साईं बाबा की कृपा मिलेगी और आपके विघ्न-बाधा और संकट दूर होंगे। घर में सुख-सौभाग्य, समृद्धि का वास होगा।