- दीपावली पांच पर्वों की पुनीत परंपरा है
- 13 नवंबर को धनतेरस मनाया जा रहा है
- 14 नवंबर को देशभर में दिवाली मनाई जाएगी
नई दिल्ली: 5 दिनों तक चलने वाले महापर्व दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस दिन धन और ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा-अर्चना कर लोग घर में सुख समृद्धि की कामना करते हैं। मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी ,बर्तन और नए सामान की खरीदारी शुभ होती है।
यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन से दीपावली के पांच दिनों का पर्व शुरु हो जाता है। इस वर्ष यह त्योहार 13 नवंबर यानि शुक्रवार को मनाया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शुभ महूर्त में की गई खरीदारी और माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर की पूजा की जाए तो घरों में सुख समृद्धि और धन की बरसात होती है। तो आइए जानते हैं धनतेरस के इस पावन पर्व पर माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर की पूजा अर्चना के शुभ महूर्त के बारे में।
जानिए शहरों में पूजा का शुभ महूर्त
धनतेरस की पूजा का शुभ महूर्त शहरों में अलग अलग है जिसके अनुसार लोग अपने घरों में माता लक्ष्मी,भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना कर सकते हैं और शुभ महूर्त के अनुसार बाजारों से खरीदारी कर सकते हैं।
दिल्ली
दिल्ली में रहने वाले और हिंदु धर्म को मानने वाले लोकआस्था के महापर्व दीपावली से पहले धनतेरस के पावन अवसर पर शुभ महूर्त के अनुसार माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सकते हैं। यहां पर पूजा का शुभ महूर्त 5 बजकर 28 मिनट से 5:59 तक है।
हरियाणा से सटे गुरुग्राम में धनतेरस के पावन पर्व पर पूजा पाठ करने का शुभ महूर्त 5 बजकर 29 मिनट से 5:59 तक है। यहां पर आप इस अवधि के दौरान पूजा अर्चना कर सकते हैं।
नोएडा
यहां पर आप धनतेरस के पावन पर्व पर शुभ महूर्त के अनुसार शाम 5 बजकर 32 मिनट से 5:59 तक पूजा पाठ कर सकते हैं। और माता लक्ष्मी धनों के देवता भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा कर सकते हैं।
यहां पर धनतेरस की पूजा का शुभ महूर्त 5:27 बजे से 5:59 तक है। यहां पर आप माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा शुभ महूर्त के अनुसार 5 बजकर 27 मिनट से 5:59 तक कर सकते हैं।
जयपुर
जयपुर में पूजा का शुभ महूर्त शाम 5 बजकर 37 मिनट से 5:59 तक है। आप इस दिन शाम 5:37 से 5:59 तक पूजा पाठ कर सकते हैं और माता लक्ष्मी से जीवन में सुख समृद्धि की कामना कर सकते हैं।
यहां पर आप धनतेरस के शुभ महूर्त के अनुसार शाम 5 बजकर 40 मिनट से 5:59 तक पूजा अर्चना कर सकते हैं।
हैदराबाद
हैदराबाद में रह रहे हिंदु धर्म में आस्था रखने वाले लोग धनतेरस के इस पावन पर्व पर शुभ महूर्त के अनुसार शाम 5 बजकर 41 मिनट से 5:59 तक माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सकते हैं और जीवन में सुख समृद्धि की कामना कर सकते हैं।
चंडीगढ़ में दीपावली के अवसर एक अलग रौनक देखने को मिलती है। इस दिन लाइटों सो पूरा शहर जगमगाता है। यहेपर पूजा का शुभ महूर्त 5 बजकर 30 मिनट से 5:59 तक है। यहां पर आप शुभ महूर्त के अनुसार पूजा पाठ कर बाजार से खरीदारी कर सकते हैं।
कोलकाता
कोलकाता में धनतेरस की पूजा का शुभ महूर्त 4 बजकर 58 मिनट से 5:59 तक है। यहां पर शुभ महूर्त के अनुसार आप 59 मिनट के दौरान माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा कर सकते हैं।
मुंबई में धनतेरस की पूजा का शुभ महूर्त 6 बजकर 1 मिनट से 8:34 तक है। यहां पर आप पूजा के शुभ महूर्त के अनुसार माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा कर जीवन में सुख समृद्धि की कामना कर सकते हैं।
बेंगलुरु
यहां पर धनतेरस की पूजा का शुभ महूर्त 5 बजकर 50 मिनट से 5:59 तक है। शुभ महूर्त के अनुसार आप पूजा पाठ कर सकते हैं।
अहमदाबाद में दीपावली से पहले धनतेरस के इस पावन पर्व पर आप शुभ महूर्त के अनुसार 5 बजकर 56 मिनट से 5:59 तक माता लक्ष्मी, धनों के देवता भगवान कुबेर और धन्वंतरित की पूजा कर सकते हैं।
धनतेरस कब है?
दिनांक 12 नवम्बर को रात्रि 09 बजकर 30 मिनट पर प्रारम्भ होगा व 13 नवम्बर को सायंकाल 05 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि के कारण धनतेरस 13 नवम्बर को मनाना उचित है।
धनतेरस पूजा मुहूर्त--13 नवम्बर को सायंकाल 05:30 से 05:59 मिनट तक
प्रदोष काल 05:28 सायंकाल से08:08 बजे रात्रि तक है।
वृष काल में भी पूजा कर सकते हैं05:30 सायंकाल से07:29 रात्रि तक
सुजीत जी महाराज