- चैत्र पूर्णिमा पर धन प्राप्ति के अचूक उपाय से आर्थिक तंगी से मिलेगी मुक्ति
- मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए खास है चैत्र पूर्णिमा की तिथि
- चैत्र पूर्णिमा पर किए उपायों से धन-धान्य से भर जाती है तिजोरी
Chaitra Purnima Upay For Money: हिंदू धर्म में वैसे तो हर माह पूर्णिमा तिथि पड़ती है। लेकिन चैत्र माह में पड़ने वाली पूर्णिमा का खास महत्व होता है। क्योंकि चैत्र माह हिंदू कैलेंडर का पहला महीना होता है और चैत्र पूर्णिमा साल की पहली पूर्णिमा होती है। वहीं इस दिन संकटमोचन हनुमानजी की जयंती भी होती है। इसलिए इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है। इस बार पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को चैत्र पूर्णिमा है, जोकि शनिवार 16 मार्च को पड़ रही है।
हर पूर्णिमा की तरह चैत्र पूर्णिमा में भी पवित्र नदीं में स्नान, दान और व्रत का महत्व होता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। चैत्र पूर्णिमा के दिन धन से जुड़े कुछ उपाय करने से आर्थिक तंगी और दरिद्रता दूर होती है और घर की तिजोरी धन-दौलत से भर जाती है। पूर्णिमा के दिन इन विशेष उपायों को करने से घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बसरती है और घर पर उनका आगमन होता है। आप भी अगर आर्थिक तंगी से परेशान हैं या फिर घर पर पैसा ठहरता नहीं तो पूर्णिमा के दिन इन उपायों को कर सकते हैं।
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मां लक्ष्मी की करें विशेष पूजा- पूर्णिमा के दिन स्नानादि करने के बाद मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें। मां लक्ष्मी की प्रतिमा या तस्वीर के पास हल्दी लगाकर 11 कौड़ियां रख दें। अगले दिन इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में या फिर जहां आप पैसा रखते हैं वहां रख दें। ऐसा करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
इस मंत्र का करें जाप- पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को कच्चे दूध में शक्कर और चावल मिलाकर अर्घ्य दें। अर्घ्य देते हुए "ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमासे नम:" या " ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:" मंत्र का जाप करें। इससे आर्थिक समस्या से धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी।
पीपल के पेड़ की पूजा- पूर्णिमा के दिन पीपल पेड़ की पूजा करनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। वहीं इस बार शनिवार के दिन पूर्णिमा पड़ रही है और शनिवार को पीपल पेड़ की पूजा करना अत्यंत शुभ होता है। पूर्णिमा के दिन स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहने और पीपल के पेड़ पर मीठा भोग और जल अर्पित करें।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)