- आने वाला है गणेश चतुर्थी का त्योहार
- लड्डू के भोग से प्रसन्न होते हैं गणपति
- जानें, लड्डू का महत्व और खासियत
Ganesh Chaturthi 2022 Laddoo Importance: इस साल गणेश चतुर्थी का त्योहार 31 अगस्त को मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक भगवान गणेश अपने भक्तों के बीच रहेंगे और उन्हें अपनी उपासना का अवसर देंगे। गणेश महोत्सव पर गणपति को लड्डू का भोग लगाने मात्र से जीवन का हर संकट हर दुख दूर हो जाता है। आइए इसी कड़ी में आपको लड्डू से जुड़ी कुछ दिव्य और कल्याणकारी बातें बताते हैं।
कब है गणेश चतुर्थी?
इस वर्ष गणेश चतुर्थी यानी भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि 30 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 34 मिनट पर आरंभ होगी और 31 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 23 मिनट पर इसका समापन होगा। गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को मनाई जाएगी।
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लड्डू का महत्व और इतिहास
एक बार देवताओं ने अपनी संयुक्त शक्ति से माता पार्वती की श्रद्धा में एक दिव्य लड्डू उत्पन्न किया. जब भगवान शिव के दोनों पुत्रों ने इसे मांगा तो पार्वती ने उन्हें पहले अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने को कहा. तब गणपति महाराज ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की और वो दिव्य लड्डू हासिल किया. कहते हैं कि तभी से भगवान गणेश को लड्डू या मोदक चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई.
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लड्डू की खास बातें और गुण
लड्डू की गोल आकृति और गोल दाने बुध का प्रतीक हैं। लड्डू की मिठास सूर्य-मंगल ग्रह से संबंध रखती है। इसकी सुगंध का चंद्रमा से संबंध है। इसमें पड़ने वाले मेवे शुक्र ग्रह का प्रतीक हैं। लड्डू का पीला रंग बृहस्पति का है। ज्योतिषियों का कहना है कि एक लड्डू अकेला नौ ग्रहों को नियंत्रित कर सकता है। ज्योतिष और ग्रहों के लिए बूंदी वाला लड्डू सर्वोत्तम माना गया है।
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