- कौड़ियों में होता है धन आकर्षण का स्वाभाविक गुण
- पीली या सफेद कौड़ियों को लक्ष्मी पूजन में चढ़ाना चाहिए
- पूजा में कौड़ी चढ़ाने से पहले इसे केसर या हल्दी मिश्रित जल में भिगोएं
Lakshmi Pujan Cowry Importance: मां लक्ष्मी को धन और वैभव की देवी कहा जाता है। मां लक्ष्मी की पूजा से घर पर कभी भी धन की कमी नहीं होती और आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। धन प्राप्ति की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को मां लक्ष्मी की पूजा में कौड़ी जरूर चढ़ानी चाहिए। जिस घर पर मां लक्ष्मी की पूजा होती है वहां सुख-समृद्धि का वास होता है। लेकिन लक्ष्मी पूजन में कौड़ियां जरूर चढ़ाएं। ज्योतिष के अनुसार लक्ष्मी पूजन में कौड़ी जरूर चढ़ाना चाहिए क्योंकि इसके बिना देवी लक्ष्मी की पूजा सफल नहीं मानी जाती है। कौड़ी चढ़ाने से मां प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं। आप पूजा में पीली या सफेद किसी भी रंग की कौड़ी चढ़ा सकते हैं। जानते हैं मां लक्ष्मी की पूजा में क्या है कौड़ी चढ़ाने का महत्व और नियम।
देवी लक्ष्मी की पूजा में कौड़ी चढ़ाने का महत्व
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि कौड़ी में धन को आकर्षित करने का गुण होता है और मां लक्ष्मी धन की देवी होती है। इसलिए देवी लक्ष्मी की पूजा में कौड़ी चढ़ाने से धन प्राप्ति का लाभ मिलता है। यही कारण है कि मां लक्ष्मी की सभी पूजा में और खासकर दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन में भक्त कौड़ी चढ़ाते हैं। इससे घर पर सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। पूजा में कौड़ी चढ़ाने का महत्व इसलिए भी और अधिक बढ़ जाता है क्योंकि मां लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी और कौड़ी भी समुद्र से ही निकलती है। कौड़िया समुद्र के एक जीव का खोल होती है, जिसे अस्थि कोश कहा जाता है। इसलिए मां लक्ष्मी की पूजा में कौड़ी चढ़ाने का विधान है।
मां लक्ष्मी की पूजा में ऐसे चढ़ाएं कौड़ी
मां लक्ष्मी की पूजा में 11 कौड़ियों को चढ़ाने का विधान है। दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन में 11 कौड़ियों को पीले या लाल रंग के कपड़े में बांधकर चढ़ाया जाता है और इसके बाद इसे तिजोरी में रखा जाता है। इसके अलावा आप शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हुए 11 कौड़ियों को किसी पीले रंग के कपड़े में बांधकर चढ़ा सकते हैं। कौड़ी चढ़ाने से पहले इसे केसर या फिर हल्दी मिश्रित जल में भिगोकर रखना चाहिए। इसके बाद इसे पूजा में चढ़ाना चाहिए।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)