- मुसलमान बकरीद 2020 का त्यौहार मनाने को तैयार हैं
- मीठी ईद के 70 दिन बाद बकरीद मनाई जाती है
- इस मौके करीबियों को खास अंदाज में बधाई दे सकते हैं
ईद मुबारक (Eid Mubarak) 2020: देशभर में बकरीद का त्यौहार 1 अगस्त को मनाया जाएगा। इसे ईद-उल-अजहा या ईद-उल जुहा भी कहा जाता है। बकरीद ईद-उल फितर यानी मीठी ईद के करीब 70 दिन बाद आती है। बकरीद मुख्य रूप से कुर्बानी के पर्व के रूप में मनाया जाता है। बकरीद पर लोग अपने दोस्त, रिश्तेदारों और करीबियों को मैसेज, शायरी और कोट्स भेजकर विश करते हैं। क्या आप भी अगर बकरीद के मौके पर दोस्त या करीबियों को बधाई संदेश भेजना चाहते हैं? अगर हां, तो आप नीचे दिए मैसेज और शायरी का उपयोग कर सकते हैं। यहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद बधाई संदेश, कविता, शायरी के साथ कुछ रोचक तस्वीरें दी गई है, जिन्हें बकरीद की मुबारकबाद देने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
Happy Eid al-Adha Images 2020, Hindi/Urdu Wishes: अपने करीबियों को भेजें ये शानदार ईद मुबारक मैसेज
तमन्नाएं आपकी सब पूरी हो जाएं
हो आपका मुकद्दर इतना रौशन
आमीन कहने से पहले
आपकी हर दुआ कबूल हो जाए
Happy Eid al-Adha 2020!
कोई इतना चाहे हमें तो बताना
कोई तुम्हारी फिक्र करे तो बताना
बकरीद मुबारक तो हर कोई कह देगा
कोई हमारे अंदाज में कहे तो बताना
Happy Bakrid 2020!
समंदर को उसका किनारा मुबारक़,
चांद को सितारा मुबारक़,
फूलों को उसकी खुश्बू मुबारक़,
दिल को उसका दिलदार मुबारक़,
आपको और आपके परिवार को,
ईद का त्योहार मुबारक़!
ऐ चांद तू उनको मेरा पैगाम कह देना
खुशी का दिन और हंसी की शाम देना
जब देखे वो तुझे बाहर आकर
उनको मेरी तरफ से बकरीद मुबारक कह देना
आ जाए वो मिलने तो मुझे ईद-मुबारक
मत आए ब-हर-हाल उसे ईद-मुबारक
इदरीस बाबर
Happy Eid al Adha 2020
खुदा की हम पर हो मेहरबानी
माफ कर दे हमारी नाफरमानी
आज है खास दिन, हमेशा रखें याद
खुदा से ही हमेशा करेंगे फरियाद
हैप्पी बकरीद 2020!
सदा हंसते रहो जैसे हंसते हैं फूल
दुनिया के सारे गम तुम जाओ भूल
चारों तरफ हो खुशियों का तराना
इसी दुआ के साथ यार तुम्हें मुबारक हो बकरीद
Happy Eid al adha or Bakrid 2020
अल्लाह आपको खुशियां और अता करे
दुआ है हमारी, आप यूं ही मुस्कुराते रहें
बकरीद पर खुदा को हो फजल
आपका दामन हमेशा जगमगाता रहे।
Happy Bakrid 2020!
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, बकरीद 12वें महीने जिल हिज्जा की 10 तारीख को मनाई जाती है। बकरीद को हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनााया जाता है।
दरअसल, हजरत इब्राहिम अल्लाह के हुकम पर अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देने को तैयार हो गए थे, लेकिन लेकिन अल्लाह ने इनकी इमानदारी देख बेटे की जगह एक दुंबा रख दिया था। इसलिए मुसलमान बकरीद पर बकरे, दुंबे या भेड़ की कूर्बानी करते हैं। कुर्बानी के बाद गोश्त के कुछ हिस्सों को समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों में बांटा जाता है।