आमतौर पर मानसिक समस्याएं कई कारणों से होती हैं। घर में माहौल ठीक ना होने की वजह से या फिर ऑफिस में काम को लेकर बॉस की डांट की वजह से ज्यादातर लोगों को मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। तनाव की वजह से इंसान में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
घर में कई कारणों की वजह से आसपास नकारात्मक ऊर्जा निवास करने लगती है, यही कारण है कि व्यक्ति को पहले उलझन होनी शुरू होती है और फिर वह मानसिक समस्याओं से ग्रसित हो जाता है। हालांकि इस तरह की समस्या को दूर करने का समाधान भी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप कुछ वस्तुओं को घर से दूर रखें तो मानसिक परेशानी से बच सकते हैं। यदि आप इन चीजों को घर में न रखें तो आपकी मानसिक परेशानी काफी हद तक दूर हो सकती है। आइये जानते हैं क्या हैं वो...
डिप्रेशन से बचने के लिए घर में न रखें ये चीजें
घर में ना लगाएं मोटे पर्दे
आमतौर पर गर्मी के दिनों में घर में धूप और धूल आने से रोकने के लिए लोग अपने घर की खिड़की और दरवाजों पर मोटे और भारी पर्दे लगाते हैं जो पूरे साल वैसे ही लगे रहते हैं। जिसके कारण व्यक्ति के अंदर नकारात्मक ऊर्जा भर जाती है। इसलिए सर्दी हो या गर्मी का मौसम घर के पर्दे हमेशा बदलें।
बेड के नीचे ना रखें चप्पल जूते
ज्यादातर घरों में लोग बेड के नीचे चप्पल जूते रखते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार इससे घर में गंदगी फैलती है और इससे व्यक्ति को मानसिक परेशानी और अवसाद हो सकता है। इसलिए विशेषरूप से सर्दी के मौसम में बेड के नीचे चप्पल जूते रखे हों तो इन्हें वहां से हटा दें।
रद्दी चीजें हटाएं
घर में रद्दी और टूटी फूटी चीजें रखने से भी व्यक्ति मानसिक अशांति का शिकार होता है। इसलिए संभव हो तो घर की सभी रद्दी और टूटी चीजों को घर से बाहर निकाल दें।
आइना
यदि आपके घर के मुख्य द्वार पर या बिल्कुल सामने शीशा लगा हो तो इसे तत्काल वहां से हटा दें। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह कई बीमारियों का कारण बनता है और विशेषरूप से बच्चे सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं।
दवाएं
यदि आपने अपने घर में टेबल पर दवाओं का ढेर लगा रखा हो तो इसे तुरंत हटा देना चाहिए। इसके अलावा दवाओं को बिखरने और यहां वहां गिरने न दें। इससे घर में हमेशा बीमारी बनी रहती है और कोई न कोई सदस्य बीमार पड़ता रहता है।
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