- फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन मनाई जाती है
- इस साल 17 मार्च को मनाई जाएगी होलिका दहन
- होलिका दहन के समय कुछ नियमों को न मानने से जीवन में कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं
Holika Dahan 2022: होली के अब कुछ ही दिन बचे है। हिंदू पंचांग के अनुसार होली के एक दिन पहले यानी फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन मनाई जाती है। इस दिन लोग होलिका दहन जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं। इस साल होलिका दहन 17 मार्च को मनाई जाएगी। होलिका दहन की पूजा के बहुत से नियम हैं। उस दिन कुछ नियमों का पालन न करने से आपके जीवन में कई तरह की परेशानियां आ सकती है। क्या आपको पता है, कि होलिका दहन में किन लोगों को कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर नहीं, तो आइए जानें यहां।
Holi 2022 Puja Vidhi, Muhurat Live
होलिका दहन 2022 का शुभ मुहूर्त
- साल 2022 में होलिका दहन 17 मार्च को मनाई जाएगी।
- होलिका दहन का मुहूर्त- शाम 9 बजकर 6 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक
- पूजन का समय - 01 घंटा 10 मिनट
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इन लोगों को नहीं देखना चाहिए होलिका दहन
हिंदू मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन की पूजा बहुत ही शुभ मानी जाती है। इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। लेकिन हमारे ग्रंथ के अनुसार इस दिन कुछ लोगों को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि नवविवाहित लड़कियां ससुराल की पहली होली नहीं देखती हैं।
मान्यताओं के अनुसार होलिका दहन जलते हुए शरीर का प्रतीक माना जाता है। इसलिए नवविवाहित महिलाओं को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए। इसे देखना से उनके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। ऐसी मान्यता है, कि अगर कोई व्यक्ति नया घर लें, तो उसे भी उस नए घर में पहली होली नहीं मनानी चाहिए। नए घर में होली मनाना अशुभ माना जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। टाइम्स नाउ नवभारत इनकी पुष्टि नहीं करता है। इसे अपनाने से पहले इससे संबधित विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें।