- हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत रखने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है
- सावन का व्रत कई भक्त निर्जला रखते हैं तो कई फल्हारी तो, वहीं कई भक्त रात के समय धार्मिक भोजन करते हैं
- अगर आप भी सावन का व्रत रखते हैं तो इस बार व्रत में टेस्टी साबूदाना की खिचड़ी बना सकते हैं
Sabudana Khichdi For Sawan: सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू हो चुका है। यह महीना शिव भक्तों के सबसे खास महीना होता है। सावन का महीना भगवान शिव को भी अति प्रिय है। इस बार सावन के चार सोमवार पड़ रहे हैं। पहला सोमवार 18 जुलाई को हो चुका है। दूसरा सोमवार 25 जुलाई को पड़ेगा। सावन के महीने में शिव भक्त सावन के हर सोमवार का व्रत रखते हैं। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि सावन के सोमवार का व्रत रखने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है। सावन का व्रत कई भक्त निर्जला रखते हैं तो कई फल्हारी तो, वहीं कई भक्त रात के समय धार्मिक भोजन करते हैं। अगर आप भी सावन का व्रत रखते हैं तो इस बार व्रत में टेस्टी साबूदाना की खिचड़ी बना सकते हैं। साबूदाना की खिचड़ी सेहत के लिए फायदेमंद होती है और इसे खाने से बार बार भूख भी नहीं लगती है। आइए जानते हैं सावन के महीने में टेस्टी साबूदाना बनाने की आसान विधि..
जानिए बनाने की विधि
सावन दूसरा सोमवार इस बार 25 जुलाई से पड़ रहा है। सावन के महीने के दौरान सोमवार के दिन को भगवान शिव का दिन माना जाता है। इस दिन व्रत और उपवास रखने का खास महत्व है। ऐसे में व्रत के दौरान साबूदाना खिचड़ी बना सकते हैं। इसे बनाने के लिए साबूदाने को पानी में डालकर ढककर 4 से 5 घंटे के लिये भिगो कर रख दें। भिगोने के बाद साबूदाने को चम्मच से चला कर अलग अलग कर दीजिए। खिचड़ी बनाने के लिये नानस्टिक कढ़ाई लीजिए, घी डालिये और गरम करें। गरम घी में जीरा डालकर भूनिए, हल्दी पाउडर, हरी मिर्च, मूंग फली के दाने डाल कर हल्का सा भून लीजिए।
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इसके बाद आलू डालकर मिलाइए फिर साबूदाने और सेंधा नमक डालकर सारी चीजों को मिलाइए। खिचड़ी को ढककर 2-3 मिनिट धीमी आग पर पकाएं, एक बार खिचड़ी को खोलिये और अच्छी तरह चला दीजिए। खिचड़ी को साबूदाने के ट्रान्सपेरेन्ट होने तक पका लीजिये। थोड़ी देर में खिचड़ी पककर तैयार हो जाती है। खिचड़ी में थोड़ा सा हरा धनियां और नींबू डालकर आप इसके सेवन व्रत में कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)