- भगवान विष्णु स्वयं ब्रह्म है, उन्होंने ही पूरे ब्रह्मांड को प्रकट किया है
- मनुष्य द्वारा किए गए अच्छे व बुरे कर्मों का फल भगवान विष्णु द्वारा ही मिलता है
- ऐसी मान्यता है भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा पाठ करने वाले भक्तों कि भगवान विष्णु हर मुरादें पूरी करते हैं
How to chant Lord Vishnu Mantra: भगवान विष्णु को जगत का पालनहार कहा गया है। सृष्टि की उत्पत्ति का कार्य जहां ब्रह्मा जी द्वारा संचालित होता है, वहीं जीवन के बाद मृत्यु तक पालन पोषण का प्रबंधन भगवान श्री हरि विष्णु जी देखते हैं। भगवान विष्णु स्वयं ब्रह्म है। उन्होंने ही पूरे ब्रह्मांड को प्रकट किया है। मनुष्य द्वारा किए गए अच्छे व बुरे कर्मों का फल भगवान विष्णु द्वारा ही मिलता है। ऐसी मान्यता है भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा पाठ करने वाले भक्तों कि भगवान विष्णु हर मुरादें पूरी करते हैं। भगवान विष्णु की पूजा में भगवान विष्णु के मंत्रों का विशेष महत्त्व है। भगवान विष्णु से संबंधित इन 10 मंत्रों का रोजाना नियमित रूप से जाप करने से हर मनोकामना पूरी होती है।
श्रीहरि विष्णु के पवित्र मंत्र
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम:
- ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
लक्ष्मी विनायक मंत्र
दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
धन-वैभव एवं संपन्नता का मंत्र
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
सरल मंत्र
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
विष्णु के पंचरूप मंत्र
- ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
भगवान विष्णु के मंत्रों के फायदे
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से विष्णु मंत्रों का जाप फलदायी होता है। मान्यता है कि प्रतिदिन भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और धन-वैभव की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप साफ व शांत जगह में करनी चाहिए।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)