- महाशिवरात्रि का व्रत इस साल 1 मार्च को रखा जा रहा है।
- हिंदू शास्त्र के अनुसार इसी दिन भगवान शिव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था।
- यहां आप भोलेनाथ को जल्द प्रसन्न करने वाले फूलों के नाम जान सकते हैं।
Mahashivratri 2022 date, puja vidhi: हिंदू धर्म में फूलों का बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है, कि फूलों से देवी-देवता बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। महाशिवरात्रि का त्योहार 01 मार्च 2022 को मनाया जा रहा है। भारत में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भोलेनाथ का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। ऐसे पावन अवसर पर यदि आप यहां बताएं गए फूलों से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करें, तो आपके ऊपर त्रिलोकी नाथ की कृपा बरस सकती है। तो आइए जाने भोलेनाथ के पसंदीदा फूलों के नाम।
महाशिवरात्रि 2022 की डेट
महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास की चतुदर्शी को आता है। ऐसे तो साल में हर मास में एक शिवरात्रि आती है। लेकिन फाल्गुन मास की शिवरात्रि का खास महत्व है। माना जाता है कि इसी दिन ही भोलेनाथ और मां पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ था। इस साल यह 01 मार्च को मनाई जा रही है।
Also Read: जानें कब है महाशिवरात्रि 2022 और क्या है चारों पहर की पूजा के मुहूर्त
भगवान शिव के प्रिय फूल कौन से हैं
- धतूरे का फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय है। ऐसी मान्यता है कि इस फूल को चढ़ाने से त्रिलोकीनाथ बहुत जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।
- बेलपत्र या मारेदु पत्ता त्रिकोणीय आकार का होता है। भोलेनाथ की पूजा बेल पत्र के बिना अधूरी मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार ब्रह्मा जी की लंबी तपस्या के फलस्वरूप देवी लक्ष्मी ने दाहिने हाथ से इस वृक्ष को उत्पन्न किया था।
- पारिजात यानी हरसिंगार का फूल भोलेनाथ को प्रिय माना जाता है। मान्यता है कि भगवान शिव को इस फूल को चढ़ाने से सुखी और समृद्ध जीवन की प्राप्ति होती है।
- भोलेनाथ को गुलाब का फूल बहुत प्रिय है। माना जाता है कि इन फूलों से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से 10 घोड़े के यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है।
Also Read: Chaitra Navratri 2022 Date, Muhurat: चैत्र नवरात्रि 2022 अप्रैल कब से हैं - कमल का फूल एक जलीय पौधा है। माता लक्ष्मी के साथ-साथ यह फूल भगवान शिव को भी बेहद प्रिय हैं। कमल के फूल से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त हो सकती है।
- मोगरा बहुत सुगंधित फूल होता है। यह सफेद और छोटा आकार का होता हैं। इस फूल को प्रेम और पवित्रता का प्रतीक माना जाता हैं। इन फूलों से भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण हो जाती है।
- हिंदू शास्त्र में इस फूल को भाग्य और समझ का प्रतीक माना जाता हैं। यह सफेद, गुलाबी, बैंगनी, नारंगी और पीले रंग का होता हैं। मान्यता है कि पीले रंग के कनेर के फूल से भगवान शिव की पूजा करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं।
- यह पीले रंग का छोटा फूल होता है। यह ज्यादातर सर्दी के मौसम में खिलता है। यदि व्यक्ति इस फूल से भगवान शिव की पूजा करें, तो उसे मनचाही प्यारी पत्नी मिलती है।
- जूही का फूल बहुत ही सुगंधित होता है। इस फूल को प्रेम, पवित्रता और मातृत्व का प्रतीक माना जाता हैं। ऐसी मान्यता है कि इस फूल से भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
महाशिवरात्रि पर क्या न करें
महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ की पूजा करते समय शिवलिंग या मूर्ति पर कुमकुम, हल्दी या नारियल का पानी ना चढ़ाएं। इसके अलावा मांस, तंबाकू या शराब का सेवन भी न करें।