- मौनी अमावस्या पर सूर्य चन्द्रमा व शनि एकसाथ मकर राशि में रहेंगे।
- राशि के अनुसार, मौनी अमावस्या पर उपाय करना लाभदायक माना गया है।
- दैहिक, दैविक तथा भौतिक संतापों को दूर करने के लिए इस दिन यह उपाय करें।
Mauni Amavasya 2022 Date, Time, Puja Vidhi And Upay In Hindi: दिनांक 01 फरवरी दिन मंगलवार को मौनी अमावस्या है। इस दिन सूर्य चन्द्रमा व शनि एकसाथ मकर राशि में रहेंगे। मौनी अमावस्या को पवित्र नदी में स्नान कर दान पुण्य करें। तिल व कंबल दान का बहुत महव है। इस दिन पूजा व व्रत का विशेष महत्व है। रात्रि में चंद्रमा के बीज मंत्र का जप करें। मन की एकाग्रता के लिए आज की रात्रि विशेष ध्यान पूजा का भी विधान है। गुरु की शुभता में वृद्धि के लिए श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ भी आवश्यक है। तंत्र में बंगलामुखी अनुष्ठान करें तो लाभ होगा। आइए अब जानते हैं प्रत्येक राशि के अनुसार मौनी अमावस्या को दैहिक, दैविक तथा भौतिक संतापों को दूर करने के सरल उपाय।
1. मेष राशिफल-
हनुमान जी की पूजा करें। 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। गुड़ व तिल का दान करें। अपने वजन के बराबर गेहूं का दान कष्टों से मुक्ति दिलाएगा।
2. वृष राशिफल-
श्री सूक्त का पाठ करें। चावल तथा चीनी का दान करें। गोशाला में गाय का भोजन दान करें। कंबल दान शुभ है।
3. मिथुन राशिफल-
श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें। तिल व मूंग की दाल का दान करें, गरीबों में कंबल का दान करना लाभकारी है।
4. कर्क राशिफल-
शिव उपासना करें। दुर्गासप्तशती का पाठ करें। अपने वजन के बराबर चावल का दान करें। बंगलामुखी अनुष्ठान करवाएं।
5. सिंह राशिफल-
श्री आदित्यहृदय स्तोत्र का तीन बार पाठ करें। गेहूं व गुड़ का दान करें। प्रत्यंगरा अनुष्ठान करें।
6. कन्या राशिफल-
श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। कंबल दान करें। बुध के बीज मंत्र का जप करें।
7. तुला राशिफल-
श्री गणेश व लक्ष्मी पूजा करें। गरीबों में ऊनी वस्त्रों का दान करें।
8. वृश्चिक राशिफल-
बजरंगबाण का पाठ करें। सुन्दरकाण्ड का भी पाठ करें। अन्न का दान करें।
9. धनु राशिफल-
श्री रामचरितमानस के अरण्यकाण्ड का पाठ करें। धार्मिक पुस्तकों का दान करें।
10. मकर राशिफल-
शनि के बीज मंत्र का जप करें। सुन्दरकाण्ड का भी पाठ करें। कंबल का दान करें।
11. कुंभ राशिफल-
हनुमानबाहुक का पाठ करें। तिल का दान करें। गरीबों में ऊनी वस्त्रों का दान करें।
12. मीन राशिफल-
गुरु व चन्द्रमा के बीज मंत्र के साथ साथ चंद्रमा के भी बीज मंत्र का जप करें। पीपल की 07 परिक्रमा करें। कंबल व ऊनी वस्त्रों का दान करें।