- एम और पीएम का है अपना ज्योतिषीय महत्व
- प्राचीन काल में सूर्य की स्थिति से समय का पता लगाया जाता था
- रात में तारों की मदद से समय का पता लगाया जाता था
Astrology: हम सब अक्सर AM और PM को आजकल अपने स्मार्ट फ़ोन या घड़ियों में देखते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को इसके विषय मे पता नही होगा कि इसका मतलब क्या है उसकी उत्पत्ति कैसे हुई, समय बताने वाले AM और PM का मतलब क्या है। AM का अर्थ है पूर्वाह्न (सुबह) जबकि PM का अर्थ है मध्याह्न के बाद का समय। 24 घंटे के पूरे दिन को समय के दो पहरों में विभाजित किया गया है। AM का अर्थ है मध्याह्न से पहले और PM का अर्थ है मध्याह्न के बाद। इन दोनों पहरों की अवधि 12-12 घन्टों में विभाजित की गई हैं।
जानिए इसका पौराणिक ज्योतिषीय महत्व
काल और परिस्थितियों के अनुरूप समय को व्यय करने के पैमाने बदलते रहते हैं। वैज्ञानिक प्रगति और नवीनतम आविष्कारों के चलते आज परमाणु घड़ी भी उपलब्ध है, जो सबसे सही समय बताती है। जब बात समय को व्यक्त करने की हो रही है, तो इसके लिए प्रायः एएम और पीएम शब्दों का प्रयोग किया जाता है। एएम दोपहर से पहले और पीएम दोपहर के बाद के समय के लिए प्रयोग किया जाता है।
प्राचीन काल में मनुष्य सूर्य की विभिन्न स्थितियों से समय का पता लगाते थे। रात्रि में समय का ज्ञान प्राप्त करने के लिए वह तारों की मदद लेते थे। सूर्य की स्थिति से ही एएम और पीएम शब्दों की उत्पत्ति हुई है। दोपहर के समय जब सूर्य ठीक हमारे सिर के ऊपर होता है, हम उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर आकाश में एक काल्पनिक रेखा की कल्पना करते हैं इस रेखा को मेरिडियन कहते हैं और जब सूर्य रेखा पर होता है तब दोपहर का समय होता है। सूरज जब इस रेखा के पूर्व की ओर होता है तो दोपहर से पहले का समय अर्थात सुबह का और जब सूर्य इस रेखा से पश्चिम की ओर चला जाता है तो दोपहर के बाद का समय होता है।
क्या है मेरिडियन का अर्थ
मेरिडियन शब्द लैटिन भाषा के मेरीडीज शब्द से बना है, जिसका अर्थ है दिन का मध्य अर्थात दोपहर एएम शब्द एंटी मेरिडियन का संक्षिप्त रूप है। जब सूर्य मेरिडियन रेखा के पूर्व की ओर होता है तब दोपहर से पहले का समय होता है और उसे एएम शब्द में व्यक्त करते हैं। इसी तरह सूर्य जब मेरिडियन रेखा के पश्चिम की ओर होता है तो पीएम शब्द का प्रयोग करते हैं जो पोस्ट मेरिडियन का संक्षिप्त रूप है। दिन के 12:00 बजे से लेकर रात के 12:00 बजे तक के समय के लिए पीएम तथा रात के 12:00 बजे से दिन के 12:00 बजे तक के समय के लिए एएम शब्द का प्रयोग होता है।
भारतीय ज्योतिष गणना नियामक के अनुसार नवीनवार प्रवृत्ति सूर्योदय से मान्य होती है तथा अंग्रेजी ईस्वी कॉल गणना नियामक से रात्रि 12:00 बजे से ही वार परिवर्तन एवं तारीख परिवर्तन का उद्बोधन बन जाता है। परंतु भारतीय गणना पद्धति से ही जन्म पत्र जन्म काल इष्टकाल आदि की गणना हेतु वार प्रवृत्ति सूर्य उदय से ही मान्य होता है। तदानुसार अंग्रेजी ईस्वी तारीख का अंकन करना समुचित माना गया है।
डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।