- रत्नों का अच्छा व बुरा प्रभाव व्यक्ति के जीवन में पड़ता है
- मोती को चंद्रमा का कारक माना जाता है
- मोती को पहनने से विचारों पर नियंत्रण होता है
Importance Of Pearl In Vastu: वास्तु शास्त्र में रत्नों का विशेष महत्व होता है। रत्नों का अच्छा व बुरा प्रभाव व्यक्ति के जीवन में पड़ता है। आमतौर पर कुंडली में जब ग्रह खराब होता है तो ज्योतिष रत्न पहनने की सलाह देते हैं। इन्हीं रत्नों में एक रत्न है मोती। कुछ लोग फैशन के रूप में भी मोतियों की माला पहनने का शौक रखते हैं, तो कुछ मोती की अंगूठी पहनते हैं। लेकिन ऐसे रत्नों को पहनने से पहले ज्योतिष की सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि रत्न बुरे और अच्छे दोनों प्रभाव छोड़ते हैं। मोती का रंग सफेद व क्रीम कलर का होता है। मोती को चंद्रमा का कारक माना जाता है। आइए जानते हैं मोती पहनने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मोती मन को रखता है शांत
ज्योतिष के अनुसार मोती को पहनने से विचारों पर नियंत्रण होता है और मन की उलझने समाप्त होती हैं। अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार है तो उसे मोती जरूर पहनना चाहिए। मोती गुस्से पर काबू रखने के लिए भी कुछ लोग पहनते हैं।
मोती पहनने से बनी रहती है मां लक्ष्मी की कृपा
मोती पहनने से मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। इसे पहनने से व्यक्ति को कभी आर्थिक संकटों से जूझना नहीं पड़ता है। मोदी को चांदी की अंगूठी में पहनना चाहिए। मोती को चांदी की अंगूठी में पहनने से शुभ माना जाता है। मोती और चांदी दोनों ही चंद्र और शुक्र ग्रह से संबंधित रत्न है। इसलिए इसे चांदी की अंगूठी के साथ पहनना चाहता है।
दिमाग का होता है विकास
कहा जाता है कि गोलाकार वाली मोती सबसे उत्तम प्रकार की मोती होती है। मोती पहनने से व्यक्ति का दिमाग विकसित होता है और कोई भी निर्णय सोच समझकर लेने की शक्ति होती है।
इन लोगों को नहीं पहननी चाहिए मोती
ज्योतिष के अनुसार ज्यादा भावुक और ज्यादा क्रोधित व्यक्ति को चांदी या मोती नहीं पहनना चाहिए । इससे उनके क्रोध में और बढ़ोतरी होती है और वह कोई भी कार्य बिना सोचे समझे करते हैं।
मोती के साथ न पहने ये
इसके अलावा मोदी के साथ हीरा, पन्ना, नीलम, गोमेद धारण नहीं करना चाहिए। इससे नुकसान पहुंचता है। मोती के साथ पीला पुखराज और मूंगा ही धारण करें।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)