- श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए चढ़ाएं ये 20 वनस्पतियां
- वनस्पति चढ़ाते समय मंत्रों का जाप करना जरूरी है
- विशेष पूजा संकट हरण और मनोकामना पूर्ति के लिए है
गणपति भगवान की ये विशेष पूजा विशेष मनोकामना को पूरी करने के लिए की जाती है। इसमें विधि-विधान से कई प्रकार की वनस्पतियों यानी पेड़-पौधों व पत्तों को उन्हें अर्पित किया जाता है। हर वनस्पति को चढ़ाते हुए मंत्रों का जाप भी जरूरी होता है। मान्यता है कि वनस्पतियों का अपर्ण बप्पा को बहुत प्रिय है। दूर्वा यानी दूब घास बप्पा की हर पूजा में शामिल होती है। ये न हो तो पूजा पूरी नहीं मानी जाती। इसी प्रकार विभिन्न प्रकार की वनस्पति भी भगवान को चढ़ाने का अपना महत्व होता है। यदि आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे या कोई कार्य आपका पूरा नहीं हो पा रहा तो 20 प्रकार की वनस्पति बप्पा को चढ़ाएं।
गणेशजी को इन मंत्रों के साथ अर्पित करें वनस्पतियां
- भगवान श्रीगणेश को शमी की पत्तियां चढ़ाना चाहिए। शमी की पत्तियों को चढ़ाते हुए 'सुमुखाय नम:' का जाप करें। इसके बाद गणपति जी का नाम मंत्र बोलें।
- शंकर जी को ही केवल बिल्व पत्र यानी बेल पत्र नहीं चढ़ता बल्कि उनके पुत्र गणेश जी को भी बेल पत्र चढ़ाना शुभदायी होता है। बेल पत्र चढ़ाते हुए 'उमापुत्राय नम: का जाप करना होता है।
- यदि आप गणपति जी हो दूर्वादल चढ़ाकर पूजा पूर्ण समझते हैं तो यह आपकी भूल है। दूर्वा चढ़ाते हुए इस मंत्र का जाप जरूर करें। ये मंत्र है 'गजमुखाय नम:।'
- शंकर जी की तरह ही गणपति जी को भी बेर चढ़ाना शुभ होता है। बेर चढ़ाते हुए 'लम्बोदराय नम: का जाप करें।
- धतूरे का पत्ता गणपति जी की विशेष पूजा में जरूर चढ़ाना चाहिए। इसे चढ़ाते समय 'हरसूनवे नम: का जाप करें।
- बप्पा की विशेष पूजा में सेम का पत्ता चढ़ाया जाता है। इसे चढ़ाते समय 'वक्रतुण्डाय नम: का जाप करें।
- गणपति जी को तेजपत्ता का हरा पत्ता चढ़ाना चाहिए। इस पत्ते को चढ़ाते समय 'चतुर्होत्रे नम: का जाप करें।
- कनेर का पत्ता बप्पा पर चढ़ाना चाहिए। इस पत्ते को चढ़ाते समय 'विकटाय नम: का जाप करें।
- कदली या केले का पत्ता चढ़ाना गणपति जी को सबसे शुभ माना गया है। इसे चढ़ाते समय 'हेमतुंडाय नम: का जाप करें।
- आक का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष इस मंत्र का जाप करें। ये मंत्र है 'विनायकाय नम:।'
- बप्पा की विशेष पूजा में अर्जुन का पत्ता चढ़ाना होता है। इसे चढ़ाते समय 'कपिलाय नम: मंत्र का जाप करें।
- महुआ का पत्ता गणपति जी को चढ़ाते समय 'भालचन्द्राय नम: का जाप करें।
- अगस्त्य का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'सर्वेश्वराय नम: का जाप करें।
- वनभंटा भी गणपति जी का चढ़ाया जाता है। इसे चढ़ाते हुए 'एकदन्ताय नम: का जाप करें।
- भंगरैया का पत्ता चढ़ाते समय 'गणाधीशाय नम: का जाप करना चाहिए।
- अपामार्ग का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'गुहाग्रजाय नम: का जाप करें।
- देवदारु का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'वटवे नम: का जाप करें।
- गान्धारी वृक्ष का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'सुराग्रजाय नम: का जाप करें।
- सिंदूर वृक्ष का पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'हेरम्बाय नम: का जाप करें
- केतकी पत्ता चढ़ाते समय गणपति जी के समक्ष 'सिद्धिविनायकाय नम: का जाप करें।
तो गणपति जी की विशेष पूजा में ये 20 वनस्पतियों को शामिल किया जाता है और हर वनस्पति को अर्पित करते समय मंत्र जरूर पढ़ें।