- पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पान के पत्ते पर श्रीं लिखकर चढ़ाएं
- गरीबों को भोजन करने से संतान पर आया संकट टल जाता है
- पुत्रदा एकादशी के दिन कन्याओं को खीर खिलाना बहुत पुण्यदायक होता है
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी होती है। गुरुवार यानी 30 जुलाई को पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ कुछ उपाय करने से संतान पर आया संकट भी दूर होता है और निसंतान दंपति को संतान की प्राप्ति भी होती है। इसदिन केवल संतान हीन दंपत्ति को ही व्रत नहीं रखना चाहिए बल्कि जिनकी संतान है, उन्हें भी व्रत और पूजा जरूर करनी चाहिए। इस व्रत को करने से संतान की रक्षा के साथ परिवार का भी कल्याण होता है।
पुराणों में वर्णित है कि इस दिन व्रत करने वाले मनुष्य को योग्यकारी संतान का सुख मिलता है और धन आदि की दिक्कतें भी दूर होती हैं। यदि पुत्रदा एकादशी के दिन कुछ उपायों और मंत्रों का जाप मनुष्य कर ले तो उसकी संतान से जुड़ी सभी समस्यांए समाप्त हो जाएंगी।
जानें, पुत्रदा एकादशी के उपाय और भगवान विष्णु के मंत्रों
- पुत्रदा एकादशी इस बार गुरुवार को पड़ रही है और गुरुवार भगवान विष्णु का दिन होता है। इस लिहाज से इस दिन का संयोग बहुत बेहतर है। इस दिन भगवान विष्णु को पान के पत्ते पर श्रीं लिखकर चढ़ाएं और फिर इसे अपनी तिजोरी में रख लें। इससे धन और संतान से जुड़ी हर समस्या दूर हो जाएगी।
- घर-परिवार की समृद्धि के लिए इस दिन से पांच एकादशी तक 7 कन्याओं को घर बुला कर पूजें और उन्हें खीर का प्रसाद खिलाएं। इससे परिवार में प्रगति होगी।
- यदि मन में कोई कामना हो तो उसकी पूर्ति के लिए पुत्रदा एकादशी के दिन से 27 दिन तक लगातार नारियल और बादाम कृष्ण मंदिर में चढाएं।
- यदि घर और परिवार पर संकट बढ़ रहा हो तो पुत्रदा एकादशी के दिन राधा-कृष्ण मंदिर में पीले फूलों की माला भगवान को चढ़ा दें। इसके बाद पीले चंदन या केसर में गुलाब जल मिलाकर माथे पर टीका लगाएं। भगवान को टीीका लगा कर खुद भी टीीका करें।
- यदि किसी समस्या का हल न हो रहा तो पुत्रदा एकादशी की शाम को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
- यदि संतान पर बीमारी का संकट हो तो पुत्रदा एकादशी के दिन विष्णु मंदिर में गेहूं या चावल चढ़ाएं और फिर इसे गरीबों में बांट दें। और बाद में इसे गरीबों को दान कर दें। इससे आपके परिवार में सुख शान्ति बनी रहेगी अथवा 11 गरीबों को भोजन करांए।
- पुत्रदा एकादशी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में कच्चा दूध व केसर डालकर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक जरूर करें। इससे परिवार का कल्याण होगा।
एकादशी के दिन जरूर जपें भगवान विष्णु के ये मंत्र
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम:
पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान और परिवार के कल्याण के लिए की जाती है। इस व्रत का पालन करने से मनुष्य के कई कष्ट दूर हो जाते हैं।