- आरती से दूर होती हैं सारी बालाएं
- राखी है भाई-बहनों के प्यार का बंधन
- जीवन में मिठास घोलती मिठाई
बहनें इस खास त्यौहार के लिए बड़ी तैयारी करती हैं। हर साल कुछ नया करने की कोशिश भी करती हैं। भाई की कलाई पर सबसे अच्छी राखी बांधने के लिए बहनें बाजार से लेकर ऑनलाइन भी इसकी खरीदारी करती हैं। राखी के शुभ पर्व पर राखी की थाली में रखी जाने वाली इन चीजों का बहुत महत्व है।
राखी : सबसे पहले बात राखी की। ये भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। ये राखी ही है, जो भाइयों को याद दिलाता है कि बहन उनके लिए कितनी खास हैं और वो उनकी जिम्मेदारी हैं।
रोली : रोली का टीका नहीं लगाया तो राखी का पर्व पूरा नहीं होगा। हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में रोली का विशेष स्थान है। इसका धार्मिक महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इसके लगाने से बौधिक और आर्थिक वृद्धि होती है।
कुमकुम या हल्दी : वैसे तो जब राखी की थाली सजाई जाती है, तो उसमें कुमकुम का होना अति आवश्यक है। कुमकुम न होने पर आप हल्दी का उपयोग कर सकती हैं। इसे अच्छे भाग्य और समृद्धि का द्योतक माना जाता है।
खड़ा चावल : हिंदू धर्म में कच्चे खड़े चावल के बिना पूजा-पाठ नहीं होता। रक्षाबंधन पर भी थाली में इसका होना बहुत आवश्यक है। इसे अक्षत कहते हैं। इसका अर्थ है, जो टूटा न हो। इससे सकारात्मकता आती है। इसलिए तिलक लगाने के बाद माथे पर अक्षत अवश्य लगाते हैं।
मिठाई : भाई-बहन के जीवन में हमेशा मिठास बनी रहे, इसलिए मिठाई को राखी की थाली में विशेष जगह दी जाती है।
दीपक : हिंदू धर्म में दीपक के बिना कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता। भगवान की आरती से लेकर हर पूजा-पाठ में इसका उपयोग किया जाता है। राखी की थाली में भी दीपक रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि आरती उतारने से हर तरह की बुरी नजर से भाई की रक्षा होती है। राखी बांधते समय नीचे जमीन पर कुछ बिछाकर भाई को बैठाएं। राखी बांधने का यही सही तरीका है।