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Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन के बाद मिल रही है बहन की राखी तो जानें किस दिन व तारीख पर इसे बांधना है वर्जित

Updated Aug 12, 2022 | 06:48 IST

Raksha Bandhan 2022: देशभर में भाई बहन के असीम प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रक्षा बंधन 11 और 12 अगस्त दोनों दिन मनाया जा रहा है।

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Raksha Bandhan 2022
मुख्य बातें
  • भाई बहन के असीम प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन धूमधाम से मनाया जा रहा है।
  • इस बार रक्षा बंधन 11 और 12 अगस्त दोनों दिन मनाया जा रहा है।
  • सावन मास की पूर्णिमा तिथि गुरुवार को सुबह 09:34 पर शुरू होगी।

Raksha Bandhan 2022: देशभर में भाई बहन के असीम प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षा बंधन धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार रक्षा बंधन 11 और 12 अगस्त दोनों दिन मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं। सावन मास की पूर्णिमा तिथि गुरुवार को सुबह 09:34 पर शुरू होगी। इसका समापन 12 अगस्त को सुबह 07:18 पर होगा। 11 अगस्त को पूर्णिमा तिथि लगने के साथ ही भद्रा काल शुरू हो जाएगा। यह 11 अगस्त को रात 08:30 बजे समाप्त होगा। इस तरह 11 तारीख को रात 8:51 से रात 09:12 तक राखी बांधने का मुहूर्त रहेगा। 

जो बहनें अपने भाई को स्वयं राखी बांध रही हैं, वो इस तिथि का ध्यान रखें। भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं होता है। इसी तरह जिन बहनों ने अपने भाइयों को राखी भेजी है और किसी कारणवश राखी पर्व के बाद भाइयों को मिलती है तो भी इस बात का ध्यान रखना है कि राखी कब बांधी जाए। जिनकी बहनों ने दूर से राखी भेजी है वो बहन तुल्य कन्या, छोटी कन्या या बुआ से भी राखी बंधवाएं। आप चाहें तो पुरोहित से राखी बंधवा सकते हैं। 

Raksha Bandhan 2022 Date, Muhurat, Tithi And All You Need To Know

रक्षा बंधन के बाद राखी बांधने का उचित समय

रक्षा बंधन बीतने के बाद भी राखी बंधवाने के लिए दिन और तिथि का चयन काफी महत्वपूर्ण माना गया है। पूर्णिमा के अगले दिन प्रतिपदा तिथि लगती है और इस दिन राखी बांधना उपयुक्त नहीं है। ऐसे में आगामी सप्ताह और 15 दिन के भीतर राखी बंधवा लें। कहा जाता है कि सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त से पहले तक राखी बांध लेनी चाहिए। रात्रि के समय राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है।  

इस मंत्र का करें जप

राखी बंधवाते समय ध्यान रखें कि आपका मुख पूर्व दिशा की ओर हो। साथ ही इस मंत्र का जाप करें - येन बद्धो बलि राजा,दानवेन्द्रो महाबल: । तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:।। इस मंत्र के जाप से सब मंगलकारी होता है।

 

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