- रामचरित मानस का जाप नवरात्रि में जरूर करना चाहिए
- दस दोहे नवरात्रि में पढ़ने से हर आस पूरी होती है
- देवी दुर्गा की पूजा के साथ इन दोहों को तुलसी की माला से जपें
नवरात्रि में देवी की पूजा के साथ हर भक्त चाहता है कि उस पर मां की कृपा बनी रहे। इसके लिए देवी के भक्त तमाम प्रयास करते हैं। यहां आपको एक ऐसी आसान और कारगर विधि बताने जा रहे जिसे अपना कर आप देवी मां का संपूर्ण आशीर्वाद पा सकते हैं। देवी की प्रार्थना के लिए अनेक मंत्र और श्लोक हैं, लेकिन यदि आप नवरात्रि में रामचरित मानस के दस खास दोहे पढ़ लें तो आपके मन की कोई आस शेष नहीं रह जाएगी। तो आइए जानें कि किन रामचरित मानस के दोहे, चौपाई और सोरठा अथवा मंत्रों से मन चाही इच्छापूर्ति हो सकती है।
नवरात्रि में जरूर पढ़ें रामचरितमानस के ये 10 दोहे
मनोकामना पूर्ति एवं सर्वबाधा मुक्ति के लिए पढ़ें ये दोहा
'कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।'
भय व संशय निवृत्ति के लिए पढ़ें ये दोहा
'रामकथा सुन्दर कर तारी।
संशय बिहग उड़व निहारी।।'
अनजाने भय से मुक्ति के लिए पढ़ें ये दोहा
'मामभिरक्षय रघुकुल नायक।
धृतवर चाप रुचिर कर सायक।।'
भगवान राम की भक्ति के लिए
'सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना।
सरनागत बच्छल भगवाना।।'
विपत्ति और संकट निवारण के लिए
'राजीव नयन धरें धनु सायक।
भगत बिपति भंजन सुखदायक।।'
रोग और शत्रु से मुक्ति के लिए
'दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज नहिं काहुहिं ब्यापा।।'
आजीविका प्राप्ति या वृद्धि के लिए
'बिस्व भरन पोषन कर जोई।
ताकर नाम भरत अस होई।।'
विद्या और ज्ञान प्राप्ति के लिए
'गुरु गृह गए पढ़न रघुराई।
अल्पकाल विद्या सब आई।।'
धन-संपदा प्राप्ति के लिए
'जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।
सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।'
शत्रु पर विजय और उसके नाश के लिए
'बयरू न कर काहू सन कोई।
रामप्रताप विषमता खोई।।'
नवरात्रि में में इन दोहों के जाप का तुरंत लाभ मिलता है, लेकिन आप इन दोहों का पाठ कभी भी कर सकते हैं। कोई एक मंत्र आप तुलसी माला से कम से कम 108 माला का जाप कर लें। नवरात्रि में एक दिन सुंदरकांड अवश्य करें।