- शनिवार का दिन भगवान भैरव और शनि का दिन होता है
- शनिवार का दिन न्याय और कर्म के देवता शनि देव को समर्पित माना गया है
- जिस पर शनिदेव की कृपा रहती है उसे किसी भी चीज की कमी नहीं रहती
Shanivar Vrat Vidhi: हिंदू धर्म में हर दिन देवी देवताओं को समर्पित होता है। ऐसे ही शनिवार का दिन भगवान भैरव और शनि का दिन होता है। शनिवार की प्रकृति दारुण है। शास्त्रों के मुताबिक, शनिवार का दिन न्याय और कर्म के देवता शनि देव को समर्पित माना गया है। माना जाता है जिस पर शनिदेव की कृपा रहती है उसे किसी भी चीज की कमी नहीं रहती। सफलता उनके कदम चूमती है और लक्ष्मी का घर में वास होता है, वहीं शनिवार के दिन कुछ काम ऐसे होते हैं जो नहीं करने चाहिए। इन्हें करने से कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर हो जाती हैं और हमारे हर काम बिगड़ने लगते हैं। साथ ही शनिदेव के क्रोध का शिकार भी हो जाते हैं। आइए जानते हैं वह कौन से काम है जिन्हें शनिवार को बिल्कुल नहीं करना चाहिए...
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नहीं खरीदना चाहिए तेल
ज्योतिषी के मुताबिक, शनिवार के दिन भूल कर भी सरसों का तेल या कोई भी तेल नहीं खरीदना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस दिन तेल खरीदने से घर में दरिद्रता आती है। कहा जाता है कि इस दिन तेल दान करना चाहिए। खासकर सरसों का तेल। इससे शनि देव खुश होते हैं।
न धोएं बाल
कुछ लोगों को रोजाना बाल धोने की आदत होती है, लेकिन ऐसा करने वाले शनिवार के दिन गलती से भी बाल ना धुलें। खासकर महिलाएं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन बाल धोना अशुभ होता है और घर पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
घर न लाएं लोहे का सामान
इसके अलावा शनिवार के दिन लोहे से बनी कोई भी वस्तु घर पर नहीं लानी चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि शनिदेव लोहे का अस्त्र धारण करते हैं, इसलिए इसे शनि का धातु माना गया है और इस दिन इसे घर लाने की भूल कभी ना करें।
नहीं करना चाहिए मांस का सेवन
शनिवार के दिन किसी भी जीव जंतु को भी परेशान नहीं करना चाहिए। अगर आप मांसाहारी हैं तो इस दिन गलती से भी मांस का सेवन ना करें, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
घर न लाएं नमक
शनिवार के दिन घर में नमक भी नहीं लाना चाहिए। शनिवार के दिन घर में नमक लाना अपशकुन माना जाता है। वास्तु के अनुसार, शनिवार के दिन नमक लाने से घर पर कर्ज बढ़ता है और व्यक्ति कई बीमारियों से भी ग्रसित हो जाता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)