- भोलेनाथ को बेहद प्रिय है सावन का महीना
- सावन के महीने में भोलेनाथ के साथ-साथ माता पार्वती की भी होती है पूजा-अर्चना
- सावन में सोमवार का व्रत रखने से भोलेनाथ की बरसती है विशेष कृपा
Sawan 1st Somwar 2022 Date, Time, Puja Vidhi, Mantra, Samagri List, Shubh Muhurat: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का महीना 14 जुलाई से प्रारंभ हो चुका है। भोलेनाथ के भक्तों के लिए यह महीना बहुत ही खास होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब भगवान विष्णु 4 महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, तो भोलेनाथ ही इस सृष्टि का संचालन करते हैं। इसीलिए सावन के महीने में भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। यदि आप भी सावन में सोमवार का व्रत रखने की सोच रहे हैं, तो आपको सबसे पहले पूजा विधि, सामग्री लिस्ट, मुहूर्त और मंत्र जरूर जान लेना चाहिए।
सावन सोमवार व्रत की पूजा-विधि
- सावन में सोमवार का व्रत रखने के लिए सबसे पहले आप सुबह-सुबह नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
- अब घर में स्थापित किए गए मंदिर के सामने दाहिने हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें।
- अब भगवान शिव की प्रतिमा पर गंगाजल और पंचामृत से उनका जलाभिषेक करें।
- अब भोलेनाथ पर दूध, दही, घी, गंगाजल और शहद से बना पंचामृत चढाएं।
- अब भगवान शिव को सफेद चंदन, सफेद फूल धतूरा, बेलपत्र और सुपारी अर्पित करें।
- भगवान के प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं।
- अब सावन सोमवार व्रत की कथा पढें।
- कथा जब समाप्त हो जाए, तो भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।
सावन सोमवार व्रत की समग्री सूची
. पुष्प
. पंच फल पंच मेवा
. रत्न में सोना या चांदी
. दक्षिणा
. पूजा का बर्तन
. कुशासन
. दही
. शुद्ध देसी घी
. शहद
. गंगा जल
. पवित्र जल
. पंच रस
. इत्र
. गंध रोली
. मौली जनेऊ
. पंच मिष्ठान्न
. बिल्वपत्र
. धतूरा
. भांग
. बेर
. आम्र मंजरी
. जौ के बाल
. तुलसी दल
. मंदार पुष्प
. गाय का कच्चा दूध
. ईख का रस
. कपूर
. धूप
. दीप
. रूई
. मलयागिरी
. चंदन
. शिव एंव मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री
सावन सोमवार 2022 पूजा मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)