- श्रावण अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है।
- सावन अमावस्या के दिन दान पुण्य का बड़ा महत्व है।
- जानें सावन अमावस्या की तिथि और समय।
Sawan Amavasya 2022 Date, Time, Puja Muhurat, Sawan Amavasya Date Kab Hai in Hindi: हिंदू शास्त्र में अमावस्या का बहुत महत्व है। श्रावण मास (Sawan 2022) में आने वाली अमावस्या को श्रावण अमावस्या (Sawan Amavasya 2022) कहा जाता है। कुछ जगह पर लोग इसे हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya 2022) भी कहते हैं। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन दान पुण्य करने से पित्रदोष से मुक्ति मिलती है। श्रावण अमावस्या (Shravan Amavsya 2022 Date in India) के दिन माता पार्वती के साथ-साथ भोलेनाथ की भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, इस दिन पितरों की पूजा करने से परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है। कुछ जगहों पर तो इस दिन वृक्षारोपण भी किए जाते हैं। यदि आप श्रावण अमावस्या (Sawan Amavasya 2022 Date) के दिन दान पुण्य करने की सोच रहे है, तो यहां आप इसकी तिथि और समय जान सकते हैं।
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Sawan ki Hariyali Amavasya Kab Hai 2022
सावन अमावस्या तिथि प्रारंभ- 27 जुलाई, बुधवार, समय 10:41 से शुरू
सावन अमावस्या तिथि समाप्ति- 28 जुलाई, गुरुवार, समय रात 12:54 तक
गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग- सुबह 7:05 से शुरू
पुष्प योग और अमृत योग समापन- 29 शुक्रवार, सुबह 05 बजकर 41 मिनट तक
सिद्ध योग प्रारंभ- समय शाम 5:57 से 6:36 तक
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Shravan Hariyali Amavsya 2022 Date in India
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार श्रावण अमावस्या 27 जुलाई से प्रारंभ होकर 28 जुलाई को समाप्त हो जाएगीं। चूकिं हिंदू धर्म में उदयतिथि के अनुसार ही कोई कार्य प्रारंभ किए जाते हैं, इसलिए श्रावण अमावस्या 28 जुलाई दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्रावण अमावस्या के दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं। ऐसा कहा जाता है, कि इस योग में पवित्र नदियों में स्नान करने और दान पूर्ण करने से विशेष फल की प्राप्ति होती हैं। मान्यता है कि सिद्धि योग में किसी कार्य को करने से कार्य सफल तरीके से पूर्ण होता है। आप चाहें तो इस दिन अपनी राशि के अनुसार पेड़ लगा कर विशेष फल की प्राप्ति कर सकते है।